बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उसके प्रयासों की तारीफ करें।
किसी भी प्रतियोगिता में जीतने के लिए बच्चे पर दबाव न डालें।
आप अपने बच्चे को क्षमता के अनुसार ही प्रैक्टिस करवाएं।
Republic Day 2024 : देश भक्ति के रंगों में रंगने के लिए तैयार हो जाइए क्योंकि गणतंत्र दिवस का पर्व आ गया है। भारत में प्रतिवर्ष 26 जनवरी के दिन रिपब्लिक डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन साल 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया था जिसके कारण आजादी के बाद भारत एक लोकतांत्रिक देश बना। इस दिन हर स्कूल, कॉलेज, प्राइवेट एवं सरकारी संस्था में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। ALSO READ: 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर कौन होंगे मुख्य अतिथि, कैसे करते हैं चयन?
साथ ही बच्चे इस तरह के कार्यक्रम में बहुत उत्सुकता के साथ भाग लेते हैं। संस्कृतिक कार्यक्रम या स्टेज परफॉरमेंस से बच्चे की पर्सनालिटी विकसित होती है और उसमें आत्मविश्वास जागता है। अगर आपके बच्चे ने भी इस गणतंत्र दिवस 2024 में भाग लिया है तो आप इस तरह अपने बच्चे का हौसला बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं इन टिप्स के बारे में...
1. बच्चे की तारीफ करें : बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उसके प्रयासों की तारीफ करें। तारीफ करने से बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ेगा और बच्चा बेहतर प्रयास करने की कोशिश करेगा। तारीफ करने से बच्चे को फैमिली सपोर्ट मिलेगा जिससे वह कार्यक्रम के लिए उत्सुक और मोटीवेट रहेगा।
2. दबाव न डालें : किसी भी प्रतियोगिता में जीतने के लिए बच्चे पर दबाव न डालें। बच्चे की बेहतर परफॉर्मेंस के लिए मोटिवेट करने और दबाव डालने में बहुत फर्क होता है। दबाव के कारण बच्चा स्ट्रेस फील करेगा और परफॉर्मेंस के समय नर्वस भी हो सकता है। आप बच्चे को उसकी परफॉर्मेंस एन्जॉय करने के लिए मोटिवेट करें और सीखने के लिए प्रेरित करें।
3. दूसरों से तुलना न करें : कई बार पेरेंट्स अपने बच्चे की दूसरों से तुलना करते हैं। ऐसा करने से आपके बच्चे का मनोबल कम हो सकता है। साथ ही ये व्यवहार आपके बच्चे के लिए उचित नहीं है। भविष्य में बच्चा खुद अपनी तुलना दूसरों से करना सीखेगा। आप अपने बच्चे को खुद से बेहतर बनने के लिए कह सकते हैं या अपनी परफॉरमेंस में सुधार के लिए बोल सकते हैं।
4. प्रैक्टिस के लिए समय दें : अच्छी परफॉर्मेंस के लिए प्रैक्टिस करना बहुत ज़रूरी है। आप अपने बच्चे को प्रैक्टिस का समय दें। बच्चे को दुसरे काम में न उलझाएं और उसे प्रैक्टिस के लिए कहें। साथ ही अगर बच्चा घर में प्रैक्टिस करता है तो प्रैक्टिस के समय बच्चे पर ध्यान दें और उसकी गलतियां सुधारें। साथ ही उसकी तारीफ भी करें।
5. क्षमता के अनुसार प्रैक्टिस : आप अपने बच्चे को क्षमता के अनुसार ही प्रैक्टिस करवाएं। ज्यादा बच्चे पर दबाव डालना सही नहीं है। साथ ही अगर बच्चा कुछ चीज़ें ठीक से नहीं कर पा रहा है तो जबरजस्ती न करें और बच्चे के स्ट्रोंग पॉइंट पर ध्यान दें।
ALSO READ: Republic Day Outfit Ideas: गणतंत्र दिवस इन 3 तरह से कर सकते हैं अपने ऑउटफिट स्टाइल