वो सारी बरसातें अच्छी थीं, जिनके थमने पर मजदूर काम के लिए निकले
और लड़कियां अपने प्रेमियों के साथ भीगकर घर लौटीं
सारे बेनाम पेड़ सबसे सुंदर थे जिनकी टहनियों पर हमने कुरेदकर अपने नाम लिखे
वो सब जगहें अच्छी थी जहां- जहां हमने हाथ पकड़े
अंधेरे अच्छे थे जिन्होंने पहली- पहली बार चूमने के मौके दिए
सारे फूल अच्छे थे जिन्हें उनकी मर्जी के ख़िलाफ़ कभी अर्थियों पर रखा गया, कभी देवताओं के सिर पर
सबसे अच्छा था तुम्हारा निर्ममता के साथ चले जाना, और पीछे मुड़कर नहीं देखना
तुम्हारे जाने के बाद ही मैंने इंतज़ार सीखे, देर तक एक ही जगह पर खड़े रहना सीखा
मुझे पसंद है तह कर के टेबल पर रखे हुए रुमाल
जिन्हें देखकर मैं सोचता था तुम वापस आओगी और मेरी जिंदगी को ठीक करोगी