विदेश मंत्रालय के अनुसार, एक पखवाड़े पहले जारी की गई एडवाइजरी के बाद से लगभग 17,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन से निकल चुके हैं। रूस ने बुधवार को कहा था कि वह नई दिल्ली के अनुरोध के बाद यूक्रेन के खारकीव, सूमी और अन्य संघर्ष क्षेत्रों में फंसे भारतीय नागरिकों के सुरक्षित मार्ग के लिए रूसी क्षेत्र में 'मानवीय गलियारा' बनाने पर 'गहनता से' काम कर रहा है। एक अनुमान के अनुसार यूक्रेन में 20 हजार भारतीय नागरिक रहते हैं। इनमें ज्यादातर मेडिकल के छात्र हैं।