खबरों के अनुसार, यूक्रेन पर हमले के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है। रूस के कमोडिटी एक्सपोर्ट में तांबा भी शामिल है। रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के कारण यह भी महंगा हो जाएगा।
तांबे का इस्तेमाल करके सेमीकंडक्टर (चिप) की मैनुफैक्चरिंग की जाती है, लेकिन इसकी कीमतें बढ़ने से चिप की शॉर्टेज और अधिक बढ़ जाएगी। माइक्रो-चिप की शॉर्टेज बड़ी समस्या रही है। अनुमान था कि ये दिक्कत 2022 में खत्म हो जाएगी, लेकिन अब इस युद्ध के बाद ऐसा संभव होता दिख नहीं रहा है।