सपना देखना बहुत जरूरी है। भगवान शंकर कहते हैं कि कल्पना ज्ञान से बड़ी है। अपने अच्छे भविष्य की कल्पना करना भी सपना देखना ही तो होता है। भगवान बुद्ध कहते हैं कि आप आज जो हैं आपकी सोच का ही परिणाम है। मतबल यह कि अतीत में हमने हमारे लिए जैसे भविष्य की सोच की थी हम आज वही है। दु:खी है तो अपनी सोच या कल्पना के कारण ही और सुखी है तो भी अपनी सोच या कल्पना के कारण ही। अत: इससे सिद्ध हुआ कि सपना देखने, कल्पना करने या सोचने में कितनी ताकत है जो कि आकर्षण के नियम की तरह की हमारे भविष्य को निर्मित करती है।
1. सपना देखो : तो यह सिद्ध हुआ कि सपना देखो और छोटा मोटा नहीं बड़ा सपना देखो। क्योंकि यह सपना ही आपको मोटिवेट करेगा और आपको बड़ा आदमी बना देगा। जो लोग सपना नहीं देखते हैं या जिनके जीवन में कोई लक्ष्य नहीं है वह जैसे कल थे वैसे ही आज हैं और वैसे ही कल भी रहेंगे। परंतु जो लोग आगे बढ़ने का सपना देखते हैं वे उसकी ओर पहला कदम बढ़ा चुके होते हैं।
2. सपना बदलो मत : कई लोग हैं जो आज यह समना देखते हैं कि कल मैं डॉक्टर बनूंगा और कुछ समय बाद वे यह सपना देखने लगते हैं कि नहीं यार कल में एक्टर बनूंगा। ऐसे लोग ना तो डॉक्टर बन पाते हैं और ना ही एक्टर। क्योंकि प्रकृति उन्हीं लोगों का सपना पूरा करती है जो अपने सपने को लेकर स्पष्ट और दृढ़ रहते हैं।
3. सपने की ओर बढ़ाओ एक कदम : सपना देखने के साथ ही जरूरी है सपने को साकार करने की ओर बढ़ाएं एक एक कदम। छोटे-छोटे कदमों से आगे बढ़ो। एक दिन आप उस शिखर पर होंगे जो आपके लिए कभी असंभव जान पड़ता था। छोटे-छोटे मकसदों को पूरा करें। छोटे कदमों से ही बड़ी दूरी नापी जा सकती है।
4. समय रहते ही बढ़ाओ कदम : तमाम योग्या और कुशलता के बावजूद कुछ लोग इसीलिए असफल हो जाते हैं क्योंकि वे अपने सपने की ओर समय रहते कदम नहीं बढ़ा पाते हैं। इसीलिए आज का काम कल पर मत टालो और समय रहते ही कदम बढ़ाओ। वे अपने गोल को बेहतर और समय रहते हासिल नहीं कर पाते, जो समय पर कदम नहीं बढ़ाते। किसी भी बड़े मकसद को हासिल करने के लिए पहले अपने छोटे-छोटे मकसदों पर ध्यान केंद्रित करें। इन्हें हासिल करना ही बड़े मकसद हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ना है।
6. सपने के पिलाओ मोटिवेशन की घुट्टी :हर कदम पर सपने को किसी भी हालत में छोड़ना नहीं है चाहे कितनी ही परेशानी खड़ी हो। कोई भी व्यक्ति बहार से उतना मोटिवेट नहीं होता जितना की वह खुद से मोटिवेट हो सकता है। यह जान लें कि आप किसी मकसद से जिंदगी के या करियर के मैदान में उतरें हैं। यह आपके लिए जुनून जैसा होना चाहिए। मोटिवेट होने के लिए आपको पहले सोच के स्तर पर कुछ बदलाव करने होंगे।
7. सपने को हकीकत बानाएं : इसका मतलब यह है कि आप अपने भविष्य की कामयाबी को कल्पना में साकार करने की कोशिश करें। यह सिर्फ खयाली पुलाव पकाना नहीं, अपने लक्ष्यों को साकार रूप में देखने की गहरी इच्छा का होना है। कई लोग ऐसे हैं जो बस सपना ही देखते रहते हैं। मतलब यह कि वे खयालीराम होते हैं। इसे कहते हैं दिव्यास्वप्न।
8.सपनेको बनाएं सकारात्मक : आपके दिमाग में चाहे बुरे विचार आते हों, उसकी फिक्र करने की जरूरत नहीं। आप बस एक काम करें वह यह कि सुबह उठते ही आप एक अच्छा विचार सोचें या एक अच्छा वाक्य खुद से बोलने के लिए तैयार रखें। जैसे कि आज मैं बहुत खुश हूं, आज मेरी मनोकामना पूर्ण होगी। आप कोई-सा भी सुविचार सोच सकते हैं। प्रतिदिन यदि आप सुबह उठते ही खुद से कोई अच्छा कमिटमेंट करते हैं, तो यह अभ्यास आपके जीवन को बदलने के लिए कुछ दिनों बाद सक्रिय होने लगेगा। आपका मस्तिष्क ही आपका भविष्य निर्माण करता है। खुद को अच्छे वाक्यों से प्रेरित करते रहें। नकारात्मक सोच एवं विचारों से बचने के लिए जरूरी है कि स्वयं को मोटिवेट करते रहें। स्वयं को मोटिवेट करने के लिए महापुरुषों के कथनों को पढ़ें, सक्सेसफुल लोगों की जीवनी, प्रेरणादायक कहानियां, पर्सनल डेवलपमेंट आर्टिकल पढ़ें।
9. सोने के पहले सपने पर सोचे : रात में आप जब सोने जाते हैं तो जो भी विचार या भाव लेकर सोते हैं, वही विचार या भाव उठते समय का पहला विचार या भाव बन जाता है और इस तरह दिनभर वही दिमाग में रहता है। अब से आप जब भी बिस्तर पर सोने जाएं तो इस बात का ध्यान रखें कि आपका सपना क्या है और इसे किस तरह पूरा करना है। यह भी सोचे कि किस तरह मैं अपनी समस्याओं का हल खोज सकता हूं। यकिन मानिए आपको सुबह उठते ही उसका हल मिल जाएगा।
10. सपनों की तरह जीना सीखें : उदाहरणार्थ यह कि मान लो यदि आपने अमीर बनने का सपना देख रखा है तो आपको अमीरों की तरह व्यवहार करना और रहना सीखना होगा। आपने ऐसा करना प्रारंभ कर दें। आप अच्छे कपड़े पहने और खुद को अमीर ही समझें। देखिये बदलाव जल्दी ही होगा।