दुनिया की 12 खतरनाक जगहें, जानिए कौन सी?

1. पेंडल हिल : इंग्लैंड के लेंगकैशियर में एक जगह है पेंडल हिल। इस जगह के बारे में ऐसा माना जाता है कि यहां 17वीं सदी में 12 औरतें रहती थीं, जो जादू-टोना किया करती थीं। उनमें से 10 औरतों को 10 लोगों की मौत का दोषी भी पाया गया था। इसी कार से इस हिल को भूतिया हिल माना जाता है। यहां के निवासी इस हिल पर जाने से डरते हैं।



 
इस हिल के बारे में कई डरावने किस्से कहानियां प्रचलित हैं। इस पर कई टीवी शो भी बन चुके हैं। शो बनाने के दौरान शूटिंग यूनिट को यहां के भूतों से सामना भी करना पड़ा है।


 

2. भानगढ़ : यह स्थान भारत के राजस्थान प्रांत के अलवर जिले में है। यहां एक विशालकाय किला है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से इस किले में सूर्यास्त के बाद जाने पर प्रतिबंध है। सूर्योदय के पूर्व आप इस किले में नहीं जा सकते।
 
ऐसा माना जाता है कि यहां 16वीं शताब्दी में कत्लेआम हुआ था और तभी से यहां रात में उनकी आत्माओं का चीखें सुनाई देती हैं और रूहें घूमती हुई नजर आती हैं इसीलिए यहां रात के समय आने-जाने की पाबंदी है।
 
 



3. डेसिवा फेटिश मार्केट : अफ्रीका में है एक ऐसा बाजार, जो जादू-टोना करने वालों के बीच प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से लोग बुरी शक्तियों से पीछा छुड़ाने के लिए आते हैं। यहां पर हर तरह के टोने- टोटकों का सामान मिलता है। यहां काले जादू से जुड़ी हर चीज मिलती है और लोगों को यहां पर टोने करने वाले भी आसानी से मिल जाते हैं।
 
सबसे निराशाजनक बात यह कि चीन के बाजारों की तरह इस अफ्रीकन बाजार में ज्यादातर पशुओं के अंग बिकते हैं, जैसे दांत, नाखून, पंख, खुर, आंखें आदि।
 
 


4. ओकिगहारा : 'सुसाइड फॉरेस्ट' नाम से प्रसिद्ध यह जगह ओकिगहारा जापान में है। आत्महत्या करने के लिए यह दुनिया की सबसे कुख्यात जगह या कहें कि लोकेशन है। यहां 2002 में ही 78 लोगों ने आत्महत्या की थी।
 
जापान के ज्योतिषियों का विश्वास है कि जंगलों में आत्महत्या के पीछे पेड़ों पर रहने वाली विचित्र शक्तियों का हाथ है, जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम देती रहती हैं। कई लोग, जो इस जंगल में एक बार प्रवेश कर जाते हैं, उन्हें ये शक्तियां बाहर निकलने नहीं देती हैं और वे उनके दिमाग पर काबू कर लेती हैं।
 
 


5. जमली-कमली मस्ज‍िद : यह स्थान भारत के दिल्ली में स्थित है। जमली और कमली दो सूफी संत थे, जो मशहूर मेहरौली पुरातात्विक कॉम्प्लेक्स में मौजूद मस्जिद में धर्म संबंधी शिक्षा दिया करते थे। उन दोनों को इसी मस्जिद में दफना दिया गया था। तभी से यह माना जाता है कि यहां जिन्न रहते हैं, जो यहां आने वाले लोगों को जानवरों की आवाज निकलकर अपनी तरफ बुलाते हैं।
 
 



6. हाशिमा आईलैंड : यह वीरान आईलैंड भी जापान में है। नागासाकी से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस आईलैंड को भी भयानक माना जाता है। इसे 1890 में मित्सुबिशी कॉर्पोरेशन ने अंडर वॉटर कोल माइनिंग के लिए खरीदा था। इस दौरान एक्सीडेंट्स और बेकार रहन-सहन के चलते यहां हजारों कैदियों की मौत हो गई। इस वजह से 1974 में इसे बंद कर दिया गया। 35 साल बाद 2009 में फिर से इसे दर्शकों के लिए खोला गया। इसी वजह से इस जगह को जापान की सबसे खतरनाक जगहों में से एक माना जाता है।
 
 



7. डोर टू हेल : डोर टू हेल (नर्क का दरवाजा) के नाम से प्रसिद्ध यह जगह तुर्कमेनिस्तान में है। पिछले 40 सालों से इस जगह पर जमीन में से आग निकल रही है। इसे देखने के लिए हर साल 15 हजार से ज्यादा टूरिस्ट आते हैं।
 
नर्क के इस दरवाजे पर दो संरक्षक हुआ करते थे, जो लोगों को चेतावनी देते थे। ये संरक्षक मूर्तियों के रूप में हैं जिन्हें अभी खोजा गया है। यहां खुदाई करने पर गर्म झरने के स्रोत का पता चला था। यहां से सफेद विषैला धुआं निकलता था। यह प्रदूषण इतना घातक है कि इसके संपर्क में आते ही मौत हो जाती है। इसके अंदर से गर्म कार्बन डाई ऑक्साइड गैस का रिसाव हो रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी की सतह पर ऐसी बहुत-सी दरारें हैं, जो इसी तरह की गैस छोड़ती रहती हैं।
 
 


8. तुओल स्लेंग : यह स्थान कंबोडिया में है। यह एक स्कूल था। कंबोडिया के इस स्कूल में कभी कैदियों को बांधकर रखा जाता था। खमेर रूज के शासन के दौरान इन कैदियों को दूसरे कैदियों से बात करने की मनाही थी। अगर कोई बात करता था, तो उन्हें यहां करंट लगा दिया जाता था और लोहे की गर्म रॉड से मारा जाता था। ऐसा कहा जाता है कि आज भी उन कैदियों की रूहें यहां मौजूद हैं।
 
कहा जाता है कि खमेर रूज के शासनकाल के दौरान 1975 से 1979 तक तुओल स्लेंग में हजारों लोगों को यातनाएं देकर मार डाला गया था तभी से यह जगह भयानक मानी जाती है, क्योंकि यहां कम से कम 12,380 लोगों को यातना देकर मार डाला गया था। इनमें पुरुषों के अलावा औरतें और बच्चे भी शामिल थे। कांग किक ईयु इस यातना शिविर के संचालक थे। इसे कंबोडिया की कत्लगाह कहा जाता है। कंबोडिया में खमेर रूज के दानवी शासन को समाप्त हुए 30 साल से ज्यादा हो गए हैं। उस वामपंथी हत्यारे शासक का नाम पोल पोट था। वियतनाम की मदद से 1979 में पोल पोट के शासन का अंत हुआ लेकिन खमेर रूज 1998 में पोल पोट की मौत तक भूमिगत संघर्ष करता रहा।
 
 


9. हेलफायर क्लब : यह स्थान आयरलैंड में है। हेलफायर क्लब को डबलिन शहर में हॉन्टेड जगह के तौर पर ही 1725 में बनाया गया। यह क्लब जमीन से 1,275 फुट ऊपर बना हुआ है। ऐसा माना जाता है कि यहां डेविल्स अपने प्रशंसकों से खुद मिलने आते हैं। साथ ही यहां आने वाले विज‍िटर्स का कहना है कि उन्हें यहां अजीब-सी दुर्गंध महसूस होती है।
 
 


10. पेरिस कैटकोम्ब : यह भयानक स्थान फ्रांस के पेरिस में है। 1785 में कब्रिस्तान की कमी के चलते कई लाशों को एक साथ एक गड्ढे में दफना दिया गया था। फ्रांस की राजधानी पेरिस का कैटकोम्ब (कब्रों का तहखाना) लगभग 200 मीटर लंबा है, जहां लगभग 6 मिलियन कंकाल मौजूद हैं। इस कैटकोम्ब आज भी बहुत लोग देखने आते हैं।
 
 


11. सेडलिक ऑसुरी चर्च : यह एक छोटा-सा रोमन कैथोलिक चर्च है, जो चेक रिपब्लिक में स्थित है। इस चर्च को इंसानों की हड्डियों से बनाया गया है। यहां का शैन्डलिर, गारलैंड और बैठने की सीट्स सब कुछ इंसानों की हड्डियों से बनाई गई है।
 
 



12. स्टल सीमेंटरी : अमेरिका के कांसास में स्थित इस स्थान को स्टल सीमेंटरी कहा जाता है। हैलवीन के दौरान यह जगह मौजी लोगों का पॉपुलर ठिकाना बन जाती है। ऐसा माना जाता है कि यहां 1850 से डेविल्स आते हैं। इन्हें देखने के लिए यहां लोग हैलवीन के दिन जरूर आते हैं। हैलवीन 31 अक्टूबर को मनाया जाने वाला एक ईसाई दिवस है।

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