शनिदेव का एकमात्र और खास मंदिर शनि शिंगणापुर में स्थित है। यहां पर शनिदेव की कोई मूर्ति नहीं है और न ही कोई मंदिर। यहां पर शिला के रूप में शनिदेवजी विराजमान हैं। शनिदेव की पूजा में कई तरह की सावधानी बरतना चाहिए क्योंकि वे न्याय के देवता हैं। शनि की नाराजगी बहुत भारी पड़ सकती है। खासकर महिलाओं को उनकी पूजा करते वक्त 6 प्रकार की सावधानी रखना चाहिए।
4. महिलाओं को शनिदेव की मूर्ति की आंखों में नहीं देखना चाहिए।
5. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शनिदेव या भैरव के मंदिर में नहीं जाना चाहिए।