बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 291.86 अंक चढ़कर 39,686.50 अंक और एनएसई का निफ्टी 76.75 अंक बढ़कर 119,865.60 अंक पर रहा। बीएसई में दिग्गज कंपनियों की तुलना में मझौली और छोटी कंपनियों में लिवाली की रफ्तार धीमी रही जिससे बीएसई का मिडकैप 0.54 प्रतिशत बढ़कर 149,888.98 अंक और स्मॉलकैप 0.30 प्रतिशत बढ़कर 149,282.61 प्रतिशत रहा।
इस दौरान बीएसई में मात्र 3 समूह गिरावट में रहा। ओपेक के तेल की आपूर्ति में कमी को आगे जारी रखने की घोषणा के बाद कच्चे तेल में आई तेजी के कारण तेल एवं गैस समूह में सबसे अधिक 1.69 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके बाद सीडी में 0.28 प्रतिशत की और धातु में 0.07 प्रतिशत की गिरावट रही। बढ़त में रहने वालों में रियलटी 2.59 प्रतिशत, पॉवर 1.10 प्रतिशत, ऑटो 1.23 प्रतिशत, हेल्थ 1.09 प्रतिशत और वित्त 0.99 प्रतिशत शामिल है।
बीएसई में कुल 2,744 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 1,307 गिरावट में रहीं जबकि 19,268 बढ़त बनाने में सफल रहीं। इस दौरान 169 कंपनियों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
अमेरिका के अधिकांश शेयर बाजार बढ़कर खुले। यूरोप के लगभग सभी सूचकांक हरे निशान में रहे। एशिया के अधिकांश बड़े सूचकांक हरे निशान में रहे या मामूली गिरावट में रहे। ब्रिटेन का एफटीएसई 1.20 प्रतिशत, जर्मनी का डीएक्स 1.30 प्रतिशत, जापान का निक्की 2.13 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 2.22 प्रतिशत की बढ़त में रहा जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 0.28 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.04 प्रतिशत उतर गया। (वार्ता)