मुंबई। बेहद उतार-चढ़ावभरे कारोबार के बीच पिछले 2 कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट पर सोमवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स 169.51 अंक चढ़कर बंद हुआ। सूचना प्रौद्योगिकी, पेट्रोलियम और वित्तीय शेयरों में तेजी से बाजार लाभ में रहा। हालांकि 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति घोषणा से पहले निवेशकों ने काफी हद तक सतर्क रुख अपनाया हुआ है।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स उतार-चढ़ाव से भरे कारोबार में 169.51 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,500.41 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 313.34 अंक तक चढ़ गया था लेकिन बाद में इसमें सुस्ती आ गई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 44.60 अंक यानी 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,648.95 अंक पर बंद हुआ। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से चर्चा में रहे अडाणी समूह के शेयरों में मिला-जुला रुख रहा, हालांकि प्रतिनिधि कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज 4.21 प्रतिशत चढ़कर पिछले नुकसान की थोड़ी भरपाई करने में सफल रही।
सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फाइनेंस बेहतर तिमाही परिणाम के बाद सर्वाधिक 4.61 प्रतिशत चढ़ा। अल्ट्राटेक सीमेंट 2.51 प्रतिशत, बजाज फिनसर्व 2.22 प्रतिशत और एनटीपीसी में 1.53 प्रतिशत की तेजी रही। आईटी शेयरों में एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, टीसीएस लाभ में रहे। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक बैंक, सन फार्मा और आईसीआईसीआई बैंक भी लाभ में रहे।
दूसरी तरफ पॉवरग्रिड में सबसे ज्यादा 3.38 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा मोटर्स, भारतीय स्टेट बैंक और एचडीएफसी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
अडाणी समूह की कंपनियों में से अडाणी एंटरप्राइजेज 4.21 प्रतिशत लाभ में रही। हालांकि अडाणी ट्रांसमिशन 14.91 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन 20 प्रतिशत, अडाणी टोटल गैस 20 प्रतिशत, अडाणी पावर 5 प्रतिशत और अडाणी विल्मर 5 प्रतिशत की गिरावट पर रहीं। समूह ने अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च पर पलटवार करते हुए रविवार को 413 पृष्ठों की रिपोर्ट जारी की।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अडाणी के जवाब का समूह की कंपनियों के शेयरों और बाजार पर मिला-जुला रुख रहा। अभी मौजूदा स्थिति ही बनी रह सकती है, क्योंकि निवेशकों के मन में मध्यम अवधि में जोखिम की आशंका बनी हुई है। अब बाजार का ध्यान बजट और फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा पर होगा।
कोटक सिक्योरिटीज लि. के इक्विटी शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहा। सेंसेक्स में कारोबार के दौरान करीब 1,000 अंक का उतार-चढ़ाव आया। निवेशकों की अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति और केंद्रीय बजट पर नजर है। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की और चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को बढ़त में रहे थे। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 86.44 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 5,977.86 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।(भाषा)