मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स लगभग 184 अंक नुकसान में रहा। मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच बैंक, बिजली एवं दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाले क्षेत्रों के चुनिंदा शेयरों में मुनाफावसूली हावी रहने से बाजार में गिरावट आई। निफ्टी में 46.70 अंक यानी 0.26 प्रतिशत की गिरावट रही।
रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे प्रमुख शेयरों में बिकवाली हावी रहने और विदेशी पूंजी की निकासी होने से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में मिली बढ़त गंवा बैठा और 183.74 अंक यानी 0.31 प्रतिशत टूटकर 59,727.01 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 331.45 अंक तक गिर गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सूचकांक निफ्टी में 46.70 अंक यानी 0.26 प्रतिशत की गिरावट रही और यह 17,660.15 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में पॉवरग्रिड सर्वाधिक 2.62 प्रतिशत तक गिर गया। अल्ट्राटेक सीमेंट, टाइटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा, आईटीसी और एचडीएफसी बैंक भी नुकसान के साथ बंद हुए। दूसरी तरफ एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंडसइंड बैंक, विप्रो, नेस्ले, मारुति, लार्सन एंड टुब्रो और एशियन पेंट्स के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। नेस्ले के शेयर में सर्वाधिक 1.99 प्रतिशत की तेजी रही। बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.52 प्रतिशत चढ़ गया जबकि स्मालकैप सूचकांक में 0.22 प्रतिशत की बढ़त रही।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि आईटी शेयरों में पिछले कुछ दिनों में आई गिरावट से यह क्षेत्र दीर्घावधि के लिए काफी आकर्षक हो गया है। कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि कारोबारी सत्र के बड़े हिस्से में बाजार नकारात्मक दिशा में ही रहा। बैंक, बिजली एवं दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाले (एफएमसीजी) क्षेत्रों के चुनिंदा शेयरों में मुनाफावसूली होने से बाजार लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी एवं हांगकांग का हैंगसेंग सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए जबकि जापान का निक्की एवं चीन के शंघाई कंपोजिट बढ़त में रहे। यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत गिरकर 84.66 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजारों से निकासी फिर शुरू कर दी है। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 533.20 करोड़ रुपए के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।(भाषा)