Share bazaar News: घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 221 अंक नुकसान में रहा। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच घरेलू स्तर पर निवेशकों ने स्वास्थ्य देखभाल, टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों और जिंस शेयरों में बिकवाली की। निफ्टी में भी गिरावट रही।
कारोबारियों ने कहा कि विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने और एचडीएफसी के शेयरों में भारी बिकवाली होने से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स उतार-चढ़ाव के बीच 221.09 अंक यानी 0.33 प्रतिशत गिरकर 66,009.15 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसके उच्चतम एवं निम्नतम स्तर में करीब 500 अंकों का फासला रहा, जो भारी उठापटक को दर्शाता है। यह 66,445.47 अंक के ऊपरी और 65,952.83 अंक के निचले स्तर पर रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी में भी 68.10 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की गिरावट रही और यह 19,674.25 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से विप्रो को सर्वाधिक 2.32 प्रतिशत का नुकसान हुआ। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक, पॉवरग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा मोटर्स के शेयरों में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही।
दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, मारुति सुजुकी, भारतीय स्टेट बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स और बजाज फिनसर्व के शेयरों में बढ़त का रुख देखा गया। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी एवं जापान का निक्की गिरकर बंद हुए जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट एवं हांगकांग के हैंगसेंग बढ़त लेने में सफल रहे।
यूरोप के ज्यादातर बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजारों में भी गुरुवार को गिरावट रही थी। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजार से निकासी जारी रखी हुई है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने गुरुवार को 3,007.36 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की बिकवाली की। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.59 प्रतिशत चढ़कर 93.85 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया।(भाषा)