रुद्राक्ष से निर्मित शिवलिंग बलसाड़ में

- भाषा सिं
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इस बार महाशिवरात्रि कुछ खास होगी, रिकॉर्ड बनाने वाली या रिकॉर्ड तोड़ने वाली। यह गुजरात के बलसाड़ के छोटे से गाँव धर्मपुरा में होने जा रहा है। वहाँ दस लाख असली रुद्राक्ष का 21 फुट ऊँचा शिवलिंग बनाया जा रहा है और 23 फरवरी को इसी से शिव आराधना की जाएगी।

25 फुट के आधार (बेस) तथा 11 फुट के व्यास (डायमीटर) वाले इस शिवलिंग को देखने के लिए देश-विदेश से दो लाख से अधिक लोगों के आने की संभावना है। इस गाँव के बटुक व्यास, जो शिव के भक्त हैं और इस भक्ति को रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए पिछले आठ सालों से रुद्राक्ष का शिवलिंग बनाने में जुटे हुए हैं, ने बताया कि पिछले साल हमने नौ हजार रुद्राक्ष से 15 फुट का शिवलिंग बनाया था और इसकी एंट्री लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में हुई है।

मूल रूप से यह इलाका आदिवासी बहुल है और इस गाँव में 4-5 हजार के करीब मुस्लिम आबादी है। मुस्लिम समुदाय भी इसके लिए यथासंभव मदद कर रहा है कि रुद्राक्ष के शिवलिंग के जरिए यह गाँव देश-दुनिया में नाम कमाए। फैसल बकीरी ने बताया, 'चूँकि बटुक व्यास धर्मपुरा के लिए कुछ करना चाहते हैं, इसलिए उन्हें हर कोई मदद करने को तैयार है।'

इस शिवलिंग के निर्माण का काम पिछले साल दिसंबर से शुरू हो गया था और रोजाना 60-70 औरतें रुद्राक्ष की माला बनाने के काम में जुटी रहती हैं। इस शिवलिंग को बनाने के लिए 21 फुट के एक स्टील के ढाँचे पर रुद्राक्षों को रस्सी में गूँथकर डाला जाएगा। सबसे मुश्किल काम इसके असली रुद्राक्ष जुटाने का था। भक्तगण इस शिवलिंग के दर्शन 23 फरवरी से लेकर 9 मार्च तक कर सकते हैं।