5. शिवलिंग का 101 बार जलाभिषेक करें।
साथ ही मंत्र- 'ॐ हौं जूं सः। ॐ भूर्भुवः स्वः। ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्। उर्व्वारुकमिव बन्धानान्मृत्यो मुक्षीय मामृतात्। ॐ स्वः भुवः भूः ॐ। सः जूं हौं ॐ।' का जप करते रहें। इससे बीमारी ठीक होने में लाभ मिलता है।