11 जुलाई 2025 से सावन मास प्रारंभ हो रहा है और पहला सोमवार 14 जुलाई को रहेगा। श्रावण मास में शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध, जल, भस्म, धतूरा, दूध, भांग और शहद आदि अर्पित किया जाता है। शिवलिंग पर प्रतिदिन बिल्वपत्र चढ़ाने से सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं और कभी भी आर्थिक तंगी नहीं रहती है। बिल्वपत्र को तिजोरी में रखने से भी बरकत आती है। बेलपत्र में तीन पत्तियां होती हैं। मान्यता अनुसार इन तीन पत्तियों को तीन गुणों सत्व, रज और तम से जोड़कर देखा जाता है। इन्हें ही त्रिदेव (सृजन, पालन और विनाश) का रूप भी माना जाता है। इसे ओम की तीन ध्वनि का प्रतीक भी माना जाता है। बेलपत्र की इन तीन पत्तियों को महादेव की तीन आंखें या उनके शस्त्र त्रिशूल का भी प्रतीक माना जाता है। शिवलिंग पर बिल्वपत्र क्यों चढ़ाया जाता है? आओ जानते हैं इसका रहस्य।
ALSO READ: sawan somwar 2025: सावन का पहला सोमवार कब है? इस दिन क्या करें, पूजा का शुभ मुहूर्त