2. इस दिन शिवलिंग की पूजा के साथ ही माता पार्वती की पूजा भी करें।
3. श्रावण में सफेद पुष्प, सफेद चंदन, अक्षत, पंचामृत, सुपारी, फल, गंगा जल अथवा सादे पानी से भगवान शिव-पार्वती का पूजन करें तथा पूजन के समय 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप निरंतर करते रहे।
4. इन दिनों शिव के मंत्रों, चालीसा, आरती, स्तुति, कथा आदि का अधिक से अधिक वाचन करें अथवा सुनें।
क्या न करें :
1. इस दिन शिवजी को केकती के फूल और लाल फूल अर्पित न करें। हल्दी, कुमकुम, सिंदूर या रोली भी न चढ़ाएं। तुलसी, नारियल और तिल भी अर्पित न करें।
5. किसी का अपमान न करें। खासकर देवता, माता-पिता, गुरु, जीवनसाथी, मित्र और मेहमान। किसी भी जीव को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।