Sawan somvar 2024 start and End date: आषाढ़ माह के बाद श्रावण मास प्रारंभ होता है। इस बार 22 जुलाई 2024 को सावन सोमवार प्रारंभ हो रहा है जिसका समापन 19 अगस्त 2024 को होगा। ऐसे में इस साल सावन का महीना 29 दिनों का होगा। ज्योतिष गणना के अनुसार इस बार 72 साल बाद श्रावण मास बहुत ही शुभ योग संयोग में प्रारंभ हो रहा है। ऐसे योग में पूजा का फल कई गुना बढ़ जाएगा।ALSO READ: श्रावण मास में शिव पूजा के खास नियम जान लें, मिलेगा महादेव का आशीर्वाद
22 जुलाई 2024 के शुभ मुहूर्त:-
ब्रह्म मुहूर्त:- प्रात: 04:15 से 04:56 तक।
प्रातः सन्ध्या:- प्रात: 04:35 से 05:37 तक।
अभिजीत मुहूर्त:- दोपहर 12:00 से 12:55 तक।
अमृत काल:- दोपहर 12:46 से 02:14 तक।
विजय मुहूर्त:- दोपहर 02:44 पी एम से 03:39 तक।
गोधूलि मुहूर्त:- शाम 07:17 से 07:37 तक।
सायाह्न सन्ध्या:- शाम 07:18 से 08:20 तक।
निशिता मुहूर्त:- 12:07 am से 12:48 तक (23 जुलाई)
सर्वार्थ सिद्धि योग:- प्रातः: 05:37 से रात्रि 10:21 तक।
प्रीति योग : 21 जुलाई रात्रि 11 बजकर 11 मिनट से 22 जुलाई की रात 8 बजकर 50 मिनट तक।
1. सोमवार का संयोग : श्रावण मास इस बार सोमवार से ही प्रारंभ हो रहा है। यह शिवजी का ही वार है।
2. प्रीति योग : प्रीति योग सदा मंगल करने वाला और भाग्य को बढ़ाने वाला होता है। इस योग में सभी कार्य पूर्ण होते हैं।
3. आयुष्मान योग : सावन के पहले सोमवार को यह योग रहेगा। इस योग में किया गया कार्य लंबे समय तक शुभ फलदायक होता है या जीवन भर सुख देने वाला होता है।
4. नवम पंचम योग : चंद्रमा और मंगल एक दूसरे से नौवें और पांचवे भाव में मौजूद रहेंगे, जिसके चलते नवम पंचम राजयोग का निर्माण हो रहा है। इस योग में शिव पूजा करने से कुंडली के सभी ग्रह दोष दूर होते हैं।
5. शश राजयोग : इस दिन शनिदेव अपनी स्वयं की राशि कुंभ में विराजमान रहेंगे जिसके चलते शश नामक राजयोग का निर्माण हो रहा है। इस योग में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से शनि दोष दूर होते हैं।
6. सर्वार्थ सिद्ध योग : सावन के पहले सोमवार को सर्वार्थ सिद्ध नामक शुभ योग का निर्माण भी हो रहा है। इस योग में शिव पूजा या अन्य कोई कार्य करने से वह सफल और सिद्ध होता है।