चंद्रमा को वैदिक ज्योतिष के अनुसार मन का, द्रव्य का, कला का कारक माना जाता है। इस नक्षत्र की राशि कन्या मानी जाती है जिसके स्वामी बुध माने जाते हैं। आज यह सारे शुभ संयोग बन रहे हैं, और यह संयोग सभी के लिए अत्यन्त सौभाग्यशाली है। रूप, गुण, कला, ज्ञान, विवेक आदि के लिए यह नक्षत्र बहुत महत्वपूर्ण होता है।
हरियाली अमावस्या
हरियाली अमावस्या जिसे सावन अमावस्या श्रावणी या श्रवण अमावस्या भी कहा जाता है, आज यानी तीसरे सोमवार को हरियाली अमावस्या का पर्व भी मनाया जाएगा। श्रावण अमावस्या के त्योहार को हरियाली का त्योहार कहा जाता है।
हरियाली अमावस्या 2020 विशेष है क्योंकि यह दिन 5 शुभ महा योगों का साक्षी होगा, एक दुर्लभ संयोग जो एक सदी पहले हुआ था। शुभ योग, सिद्धि योग, गुरु पुष्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग एक साथ बनेंगे।
हरियाली अमावस्या का त्योहार भगवान शिव को समर्पित है। भक्त पूरी श्रद्धा के साथ उनकी पूजा करते हैं और अच्छी बारिश और भरपूर फसल के लिए उनका आशीर्वाद मांगते हैं। हरियाली अमावस्या पर शिव पूजा धन और समृद्धि लाने के लिए माना जाता है। श्रद्धालु भगवान शिव को समर्पित वैदिक मंत्रों का पाठ करते हैं और उनकी भक्ति में भजन गाते हैं। इस दिन पितृरों के श्राद्ध और तर्पण का भी प्रावधान है। इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा भी की जाती है।