अत: इस समयावधि में कच्चा दूध पीने से हमारे सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। इसीलिए श्रावण में कच्चे दूध के सेवन से बचना उचित कहा जाता है। लेकिन यदि आप श्रावण के महीने में शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाते हैं तो इसका विशेष महत्व हिन्दू धर्म में बतलाया गया है। समुद्र मंथन के दौरान शिव जी ने विषपान किया था, इसी कारण श्रावण मास में शिवलिंग का दूध से अभिषेक किया जाता है।
यदि आप शिवलिंग पर प्रतिदिन कच्चा गाय का दूध अर्पित करते हैं तो शिव जी बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। धार्मिक ग्रंथों में गाय को माता माना गया है अत: गौमाता का दूध पवित्र और पूजनीय होने के कारण इसे शिव पर चढ़ाने से वे अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
आइए जानते हैं श्रावण में शिव जी पर दूध चढ़ाने का खास मंत्र-
'नमः शंभवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।।
ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिर्ब्रम्हणोधपतिर्ब्रम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।
माना गया है कि दूध की प्रकृति शीतलता प्रदान करने वाली होती है और शिव जी को ऐसी वस्तुएं अतिप्रिय हैं जो उन्हें शीतलता प्रदान करती हैं।
इसके साथ ज्योतिष शास्त्र में भी दूध चंद्र ग्रह से संबंधित बताया गया है। अत: चंद्र से संबंधित सभी दोषों के निवारण के लिए श्रावण मास में तथा हर सोमवार को शिव जी को कच्चा दूध उपरोक्त मंत्र के साथ अर्पित करना चाहिए। इससे जीवन में आ रहे सभी छोटे-बड़े संकटों का नाश हो जाता है।
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