ये कृष्ण के जीवन की रहस्यमयी बात है। असल में कृष्ण ने अपना आखिरी संवाद पार्वती से किया था। जब कृष्ण को पैर में वाण लग गया तब सभी देवता और शिव पार्वती उनसे मिलने उनके पास आए थे। सबकी स्तुति के बाद और अपने जाने से पहले कृष्ण ने आखिरी बार बाँसुरी बजाई थी, तब उनकी बाँसुरी से सारा संसार और सारे देवता, यहाँ तक की शिव भी मोहित होकर सो गए थे। लेकिन पार्वती जागती रहीं थीं।