फिर रामानंद सारगर श्रीकृष्ण की तीन पत्नियां रुक्मिणी, जामवंती और सत्यभामा के बारे में बताते हैं। सत्यभामा को अपनी सुंदरता, वैभव और धक का अहंकार था जिसके चलते वह दूसरी रानियों को कमतर समझती थी। जामवंती कहती है बहन सत्यभामा तुम्हारे रूप की चर्चा तो मथुसुदन सदैव करते रहते हैं। यह सुनकर रुक्मिणी कहती हैं हां जामवंती बहन।...दोनों सत्यभाभा की तारीफ करती हैं।