इसी घोषणा के चलते मंगलवार को उनके कैम्प में समाधि के लिए तैयारियां की गई थीं। इसकी भनक प्रशासन व पुलिस को भी लग गई थी, लिहाजा सभी सुबह कैम्प पर ही जमा हो गए थे। जैसे ही साध्वी के भूमि समाधि लेने की प्रक्रिया शुरू हुई प्रशासन व पुलिस के अधिकारी उन्हें मनाने पहुंच गए।