हिन्दू परम्परा में ग्रहण का महत्त्वपूर्ण स्थान है। जैसा आप सभी को विदित है ग्रहण दो प्रकार के होते हैं- सूर्यग्रहण एवं चन्द्रग्रहण। सूर्यग्रहण एवं चन्द्रग्रहण भी मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं- खग्रास और खण्डग्रास। जब ग्रहण पूर्णरूपेण दृश्यमान होता है तो उसे “खग्रास” एवं जब ग्रहण कुछ मात्रा में दृश्यमान होता है तब उसे “खण्डग्रास” कहा जाता है।
कार्तिक अमावस को होगा खण्डग्रास सूर्यग्रहण | khandgrass surya grahan 25 october 2022:
25 अक्टूबर 2022 कार्तिक मास की अमावस दिन मंगलवार को "खण्डग्रास" सूर्यग्रहण होगा। इस ग्रहण का स्पर्शकाल अपरान्ह 4 बजकर 31 मिनिट, मध्य 5 बजकर 14 मिनिट और मोक्ष सायंकाल 5 बजकर 57 मिनिट पर होगा।
सूतक | Surya grahan sutak kaal: इस खण्डग्रास सूर्य ग्रहण का सूतक प्रात: 4:31 से प्रभावी होगा।
सूर्य ग्रहण का क्या होगा राशियों पर प्रभाव | Surya grahan 2022 ka rashiyo par prabhav: इस खण्डग्रास सूर्यग्रहण का विभिन्न राशियों पर निम्न प्रभाव होगा। अशुभ राशि वाले जातक ग्रहण काल में जप-तप-दान-ध्यान कर इसके दुष्प्रभाव कम कर सकते हैं।
शुभफल- वृष, सिंह, धनु, मकर
मध्यम फल- मेष, मिथुन, कन्या, कुम्भ
अशुभ फल- कर्क, तुला, वृश्चिक, मीन
सूर्य ग्रहण पर विशेष- यह खण्डग्रास सूर्यग्रहण भारत के असम, गुवाहाटी, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैण्ड, अरूणाचल प्रदेश में दृश्यमान नहीं होगा। अत: इन स्थानों पर ग्रहण का सूतक व यम-नियम मान्य नहीं होगें।