कोच पर भरोसे से मिल रहे अच्छे नतीजे : अश्विनी

शुक्रवार, 2 फ़रवरी 2018 (14:38 IST)
नई दिल्ली। युगल विशेषज्ञ अश्विनी पोनप्पा ने पिछले कुछ समय में अपने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय कोच टेन किम हर को देते हुए कहा कि इस मलेशियाई कोच की युगल की समझ ने अंतर पैदा किया है और खिलाड़ियों को उन पर भरोसा रखने का फायदा मिल रहा है।
 
भारतीय बैडमिंटन युगल खिलाड़ियों के लिए पिछले 2 हफ्ते काफी अच्छे रहे हैं। अश्विनी ने यहां इंडिया ओपन 2018 में सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और एन. सिक्की रेड्डी के साथ मिलकर क्रमश: मिश्रित और महिला युगल के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है।
 
अश्विनी सात्विक साईराज के साथ पहली बार सुपर सीरीज स्तर के टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंची हैं। इन दोनों की यह सफलता इसलिए भी बड़ी हैं, क्योंकि इनकी विश्व रैंकिंग 73 है और उन्होंने दूसरे दौर में दुनिया की 11वें नंबर की जोड़ी को हराया। भारत की कुल 5 जोड़ियों ने इंडिया ओपन की विभिन्न स्पर्धाओं के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। सात्विक साईराज ने भी पिछले हफ्ते चिराग शेट्टी के साथ मिलकर इंडोनेशिया मास्टर्स के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
 
खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन में कोच की भूमिका पर जोर देते हुए अश्विनी ने कहा कि उनके आने से काफी अंतर पैदा हुआ है। उन्होंने आते ही कई जोड़ियां बनाईं। जब वे आए तो सात्विक और मैं साथ नहीं खेलते थे। सात्विक और चिराग साथ नहीं थे। जैरी और सिक्की भी साथ नहीं थे। जब से वे आए उन्होंने कई नई साझेदारियां बनाई और तोड़ी भी।
 
उन्होंने कहा कि अपनी बात करूं तो मिश्रित में मैंने पिछले साल नंदगोपाल के साथ शुरुआत की, फिर सुमीत के साथ खेली और फिर सात्विक के साथ जुड़ी। मैं 3 अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ खेली। हमारे लिए जरूरी है कि हम कोच पर भरोसा करें। हमारे में से अधिकांश खिलाड़ी ऐसा करते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ क्या है। इससे चीजें हमारे लिए आसान हो जाती हैं और नतीजे भी दिख रहे हैं।
 
ज्वाला गुट्टा के साथ मिलकर राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण और विश्व चैंपियनशिप का कांस्य पदक जीतने वाली अश्विनी ने अच्छे युगल कोच की अहमियत पर कहा कि पिछले कुछ समय में खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है इसलिए जरूरी है कि ऐसा कोच हो जो युगल को समझें। युगल में यह जरूरी नहीं कि जिसके साथ आप साल की शुरुआत करो उसी के साथ अंत करो। यह पूरी तरह से कोच पर निर्भर करता है। दूसरा खिलाड़ी आपको कैसे समझ रहा है। अतीत में मेरी साझेदारियां मेरा या मेरे जोड़ीदार का फैसला थीं।
 
उन्होंने कहा कि नए कोच के आने के बाद साझेदारियां उनके मुताबिक बनती हैं जिससे बड़ा अंतर पैदा हुआ। वे युगल के विशेषज्ञ हैं और समझ सकते हैं कि कौन सा संयोजन अच्छा है और अच्छे नतीजे देगा। कभी-कभी यह काम करता है और कभी नहीं लेकिन हमारे लिए यह जरूरी है कि हम उन पर भरोसा करें। हमारा उन पर काफी भरोसा है। कोच हमें चीजों पर अपनी मर्जी से काम करने की छूट भी देते हैं जिससे चीजें आसान हो जाती हैं।
 
सात्विक साईराज ने पिछले कुछ समय में अपने प्रदर्शन पर कहा कि पिछले कुछ समय में हम अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन शुरुआत में ही कड़े प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ मुकाबलों के कारण नतीजे नहीं दे पा रहे थे। कोर्ट पर उतरते समय हम आत्मविश्वास से भरे हैं जिससे काफी मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि हमने पिछले साल ही साथ खेलना शुरू किया है। हमने करीबी मैच गंवाए। हमने जो मैच गंवाए उसमें कड़ी टक्कर दी और स्कोर 18 या 19 अंक तक ले गए। 22-20 से भी हारे।
 
अश्विनी ने अपने जोड़ीदार सात्विक साईराज की भी तारीफ करते हुए कहा कि सात्विक काफी अच्छा मिश्रित युगल खिलाड़ी है। उसके स्मैश में काफी ताकत होती है। उसने मिश्रित युगल में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। वह पारंपरिक तरीके से खेलता है जिसके कारण मैं भी उसी तरह खेल पाती हूं और नेट पर मूवमेंट में मदद मिलती है। मैं उस पर काफी भरोसा करता हूं। वह मुझे कवर करता हैं और ताकतवर शॉट लगाता है। इसके कारण मेरे लिए खेलना आसान हो जाता है।
 
इस साल के अपने लक्ष्य पर अश्विनी ने कहा कि हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य फिलहाल राष्ट्रमंडल खेल हैं। यह बड़ी प्रतियोगिता है और हम इसमें अच्छा प्रदर्शन करने को बेताब हैं। प्रत्येक टूर्नामेंट हमें आगे की तैयारी करने का मौका देता है और इंडिया ओपन में अच्छे प्रदर्शन से इसमें मदद मिलेगी। हमें इससे आत्मविश्वास और अनुभव मिला है क्योंकि राष्ट्रमंडल खेलों में हमें इन्हीं जोड़ियों के खिलाफ खेलना है।
 
आगामी एशियाई चैंपियनशिप पर अश्विनी ने कहा कि वहां युगल मुकाबले काफी महत्वपूर्ण होंगे। टीम स्पर्धा में सिर्फ एक मैच महत्वपूर्ण नहीं होता। टीम में अन्य साथी भी होते हैं और उनके मैच भी अहम होते हैं। इसमें हमेशा मजा आता है। मैंने हमेशा टीम स्पर्धाओं में खेलने का लुत्फ उठाया है। हमारे पास अच्छा मौका है। उम्मीद है कि एशिया चैंपियनशिप में हम अच्छी फॉर्म के साथ उतरेंगे। जरूरी है कि हम पूरी मजबूत टीम के साथ उतरें, क्योंकि अधूरी टीम से काम नहीं चलेगा।
 
सात्विक साईराज ने कहा कि मैं टीम खिलाड़ी हूं। मैंने टीम स्पर्धाओं में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है। फिर चाहे यह सुदिरमन कप हो या पीबीएल। पूरी टीम आपका समर्थन करती है जिससे हौसला-अफजाई होती है। (भाषा)

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