दूसरे गेम के अंत में भी दोनों खिलाड़ियों का स्कोर 17-17 की बराबरी पर था। इसके बाद सभी फैंस उम्मीद कर रहे थे कि वह 4 अंक लेकर मैच यही खत्म कर दे लेकिन अकाने भी कहां आसानी से हार मान सकती थी, उन्होंने लगातार 2 अंक लिए। इसके बाद सिंधू ने वापसी की और लगातार दो अंक लेकर मैच भी जीत लिया।
इसी महीने बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप फाइनल हार चुकीं सिंधु इस मैच में पूरे आत्मविश्वास के साथ खेलीं। उन्होंने जापानी की खिलीड़ी को कोई भी मौका नहीं दिया।सिंधु ने इससे पहले यामागुची को बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में हराया था। उन्होंने यामागुची को कड़े और रोचक सेमीफाइनल मुकाबले में 21-16, 24-22 से मात देकर फाइनल में कदम रखा था।