नई दिल्ली। कुश्ती गुरु महाबली सतपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि वह पहलवानों को बहुत प्यार करते थे और उनके निधन से ऐसा लग रहा है कि हमने अपने गुरु जी को खो दिया है।
सतपाल ने कहा, वाजपेयी जी गुरु हनुमान अखाड़े में बहुत आया करते थे और पहलवानों से मिलते थे। मैं जब 1975 में भारत केसरी और 1976 में रुस्तमे हिन्द बना था तो उन्होंने गुरु हनुमान अखाड़े में मुझे आशीर्वाद दिया था। वह मुझे बहुत पसंद करते थे। उनके गुरु हनुमान के साथ बहुत अच्छे सम्बन्ध थे और गुरु हनुमान कहा करते थे कि वह और वाजपेयी लंगोटिया यार हैं।
महाबली सतपाल ने कहा, 'उनके निधन से ऐसा लग रहा है कि हमने अपने गुरु जी को खो दिया है। वह एक महान नेता थे और पहलवानों को बहुत प्यार करते थे और उन्हें हमेशा आशीर्वाद दिया करते थे।' उन्होंने कहा, वह जब भी अखाड़े में आते थे तो खाना खाये बिना नहीं जाते थे।
वह खाने के बहुत शौक़ीन थे। वह हमेशा हमसे कहते थे कि देश से ऊपर कुछ नहीं है और ताकत का हमेशा सही इस्तेमाल होना चाहिए।' द्रोणाचार्य अवॉर्डी ने उस समय को याद करते हुए कहा, 'मुझे याद है कि उन्होंने 1976 में मुझे बादाम की बोरी दी थी।
प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने मुझे पीएम हाउस बुलाया था। मैं आखिरी बार उनसे 2008 में मिला था जब हम पहलवान उनके पास फोटो खिंचवाने के लिए गए थे।