इस वर्ग में केवल 7 मुक्केबाजों को ही उतरना था और हारने वाले 2 सेमीफाइनलिस्टों को कांस्य पदक मिलेगा। ऐसे में सेमीफाइनल में जगह बना चुकी रॉबर्टसन यदि हार भी जाती हैं तब भी कांस्य पदक ले जाएंगी। युवा मुक्केबाज ने फेसबुक पर इस बारे में लिखा कि मैं इतने बड़े टूर्नामेंट में रिंग में उतरने को लेकर उत्साहित हूं, वहीं उनके कोच मार्क इवांस ने लिखा यह बस किस्मत से मिला ड्रॉ है।