पहला रिकॉर्ड उन्होंने 'राइडिंग ऑन फ्यूल टैंक हैंड फ्री ड्राइविंग' करके स्थापित किया, जिसमें उन्होंने 66.1 किलोमीटर की दूरी 1 घंटे 21 मिनट 25 सेकंड में तय की जबकि दूसरा रिकॉर्ड 'बैक राइडिंग स्टैन्डिंग ऑन लैडर' में 68.2 किलोमीटर की दूरी को 2 घंटे 11 मिनट 18 सेकंड के न्यूनतम समय में तय करके स्थापित किया।
इससे पहले ये रिकॉर्ड भारतीय सेना के नाम था (1 घंटे 27 मिनट में 46.9 किलोमीटर की दूरी)। इन दो नए रिकॉर्डों के साथ ही इन जांबाजों ने दो हफ्तों में सात विश्व रिकॉर्ड कायम करने का नया इतिहास रच डाला। बीएसएफ प्रमुख रजनीकांत मिश्र ने इन कीर्तिमानों को देश को समर्पित करते हुए इसका श्रेय टीम सदस्यों की कठिन मेहनत को दिया है।
उल्लेखनीय है कि बीएसएफ के साहसिक खेलों की परंपरा को समृद्ध बनाने के लिए 'जांबाज' टीम का गठन वर्ष 1990 में हुआ था। 1992 में इसने पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में भाग लिया था और अब तक यह गणतंत्र दिवस परेड में 15 बार भाग ले चुकी है। देश-विदेश की जानी-मानी हस्तियों के साथ ही पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा तक इस टीम की प्रतिभा के कायल रह चुके हैं।
'जांबाज' द्वारा इस कीर्तिमान को बनाए जाने के अवसर पर सीमा सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य सदस्यों समेत 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' की प्रतिनिधि नीरजा राय चौधरी, 'एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' के शान्तनु चौहान के साथ ही अनेक गणमान्य हस्तियां भी मौजूद रहीं। बल सहित देश को गौरव प्रदान करने के लिए सीमा प्रहरी परिवार ने जांबाज टीम को शुभकामनाएं प्रदान की।