बैडमिंटन के स्वर्ण पदक के पांच मुकाबले खेलों के अंतिम दिन रविवार को खेले जाएंगे और इनमें से तीन में भारत की चुनौती रहेगी। महिला एकल स्वर्ण का मुकाबला ओलंपिक रजत विजेता सिंधू और पूर्व नंबर एक साइना के बीच होगा जबकि पुरुष खिताब के लिए श्रीकांत के सामने पूर्व नंबर एक मलेशिया के ली चोंग वेई की चुनौती होगी। यह पहला मौका है जब राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में भारत की दो महिला शटलर आमने सामने होंगी।
पुरुष युगल स्वर्ण के लिये सात्विकसेराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी के सामने इंग्लैंड के मार्कस एलिस और क्रिस लैंगरिज चुनौती पेश करेंगे। भारत के बैडमिंटन में एक स्वर्ण और तीन रजत पदक पक्के हो चुके हैं। भारत ने इन खेलों में पहले ही टीम मुकाबलों का स्वर्ण पदक और महिला युगल में कांस्य पदक जीत लिया है। भारत ने ग्लास्गो में बैडमिंटन में एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य सहित चार पदक जीते थे।
भारत गोल्ड कोस्ट में ग्लास्गो की बैडमिंटन संख्या को पीछे छोड़ देगा। इस बीच महिला युगल मुकाबले में एन. सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी को हराकर कांस्य पदक जीत लिया, लेकिन एचएस प्रणय को कांस्य पदक मुकाबले में इंग्लैंड के राजीव ओसेफ से हार का सामना करना पड़ा। मिश्रित युगल में सात्विकसेराज रैंकीरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा को कांस्य पदक मुकाबले में मलेशिया के सून चान पेंग और यिंग लियू गोह से हार झेलनी पड़ी। (वार्ता)