नई दिल्ली। भारत के सबसे अनुभवी गोलकीपर सुब्रत पॉल को किर्गिज गणराज्य के खिलाफ आगामी 2019 एएफसी एशियाई कप क्वालीफाइंग फुटबॉल मैच के लिए 32 खिलाड़ियों की संभावित सूची में शामिल नहीं किया गया है।
वे नेहरू कप और 2008 में एएफसी चैलेंज कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे हैं जिसकी बदौलत भारत ने 27 साल के बाद एशिया कप के लिए क्वालीफाई किया था। लेकिन 31 साल के पॉल का नाम कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन की तैयार की गई सूची में शामिल नहीं है। इस सूची में कप्तान सुनील छेत्री का नाम भी नहीं है, क्योंकि भारत के पिछले अंतरराष्ट्रीय मैच में उन्हें 2 बार पीला कार्ड दिखाया गया है।
भारतीय टीम के खिलाड़ी 27 मार्च को किर्गिज गणराज्य के बिशकेक के डोलोन ओमूरजाकोव स्टेडियम में होने वाले मैच से पहले मुंबई में होने वाले तैयारी शिविर में भाग लेंगे। पॉल को पिछले साल राष्ट्रीय डोपिंगरोधी इकाई ने बड़ी राहत देते हुए उन पर से अस्थाई निलंबन हटा दिया था।
डोपिंग संबंधी नियमों के उल्लंघन के संबंध में उन्हें चेतावनी देते हुए छोड़ दिया था। इंग्लैंड के भारतीय कोच बॉब हॉटन के मार्गदर्शन में जिस टीम ने 2007 और 2009 का नेहरू कप तथा 2008 के एएफसी चैलेंज कप जीता था, पॉल उसके सदस्य थे। कतर में 2011 में हुए एएफसी एशिया कप में उन्होंने सभी मैचों में कुल 35 गोल बचाए थे जिसमें कोरिया के खिलाफ मिली 1-4 की हार के 16 बचाव शामिल है।
कोरियाई टीम के कोच ने उन्हें 'भारतीय स्पाइडरमैन' का नाम दिया था। वे किसी विदेशी क्लब से करार करने वाले भारत के पहले गोलकीपर हैं। डेनमार्क की एफसी वेस्टजाएलैंड ने जनवरी 2014 में उनसे करार किया था। उन्होंने कोलकाता के दोनों बड़े क्लब मोहन बागान और ईस्ट बंगाल का प्रतिनिधित्व भी किया है।
गोलकीपर : गुरप्रीत सिंह संधू, विशाल कैथ, अमरिंदर सिंह, रेहनेश टीपी। डिफेंडर : प्रीतम कोटल, नीशू कुमार, लालरूथारा, अनस एडाथोडिका, संदेश झिंगन, सलाम रंजन सिंह, सार्थक गोलुई, जेरी लालरिंजुआला, नारायण दास, सुभाशीष बोस।