नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में अपार सफलता के बाद भारतीय टेबल टेनिस टीम ऊंचे मनोबल के साथ 2 बैचों में 29 अप्रैल से 6 मई तक चलने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए बुधवार को स्वीडन के हम्सताद रवाना हो गई।
भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि विश्व चैंपियनशिप के लिए भी गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों की टीम को ही बरकरार रखा गया है। अनुभवी भारतीय खिलाड़ी अचंत शरत कमल टीम का नेतृत्व करेंगे।
टीम स्वीडन पहुंचने के बाद वारबर्ग में 29 अप्रैल को विश्व कप शुरू होने तक ट्रेनिंग करेगी। अचंत ने रवाना होने से पूर्व कहा कि वे अपनी रैंकिंग के साथ न्याय करेंगे और उसी को ध्यान में रखकर प्रदर्शन करेंगे। हमारी पुरुष टीम 10वीं और महिला टीम 14वीं रैंकिंग पर है।
अचंत ने कहा कि हम जानते हैं कि राष्ट्रमंडल के बाद हमसे अपेक्षा काफी बढ़ गई है लेकिन विश्व चैंपियनशिप बिलकुल अलग होती है, लेकिन फिर भी हम अपना शत-प्रतिशत प्रदर्शन करेंगे। यदि हम शीर्ष 12 में भी पहुंचते हैं तो हमें खुशी होगी। इसके अलावा कुछ भी हमारे लिए बोनस ही होगा।
राष्ट्रमंडल खेलों में सर्वाधिक 4 पदक जीतकर सबसे सफल खिलाड़ी रहीं मणिका बत्रा पहले बैच का हिस्सा थीं, जो मंगलवार को रवाना हो गया। उन्होंने भी जाने से पहले अच्छे प्रदर्शन का भरोसा जताया। मणिका ने कहा कि मैं अच्छी फॉर्म में हूं और हमारी गोल्ड कोस्ट के बाद उम्मीदें भी बहुत ऊंची हैं, लेकिन राष्ट्रमंडल अब बीत गया है और हमें वर्तमान में रहकर अच्छा खेल दिखाने का प्रयास करना होगा।
विश्व चैंपियनशिप हमें ऐसा अनुभव देगा, जो भविष्य में हमारे काम आएगा। कोच मासिमो कोस्तानिनी ने भी माना कि भारत को विश्व कप में अपनी स्थिति सुधारने पर ध्यान देना होगा। हमें सबसे पहले तो अपनी रैंकिंग बरकरार रखनी होगी। स्वीडन में सभी शीर्ष खिलाड़ी होंगे और हमारे खिलाड़ियों को अपने काम पर ध्यान देना होगा।