विश्व चैंपियनशिप में कांस्य जीतने वाली ज्वाला ने इस मामले पर ट्विटर पर आते हुए अपनी पोस्ट में लिखा, मेरा परिवार हमेशा टिकटों के लिए पूरा भुगतान करता था और होटल में रूकता था। मुझे नहीं पता कि क्या वादा किया गया था और क्या मांग थी। जब आप खेलों और उसकी तारीखों के बारे में टीम के रवाना होने से पहले जानते हैं तो क्या यह बेहतर नहीं होता कि सब चीजें सुचारू रूप से पहले ही तय कर ली जातीं। न खेलने की धमकी देना... क्या यह सही बात है।
युगल खिलाड़ी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, यह काफी हास्यास्पद है कि जब आप सोशल मीडिया पर प्राइज मनी, अवॉर्ड और पिता के लिए मान्यता पत्र जैसी चीजें मांगते हैं तो यह विवाद में नहीं माना जाता लेकिन जब आप खेलने के अधिकार की मांग करते हैं तो यह विवाद हो जाता है। ज्वाला ने इसके बाद एक अन्य ट्वीट में राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय दल को अपनी शुभकामनाएं दीं। (वार्ता)