टीमों की निरंतरता और स्थिरता बनाए रखने के उद्देश्य के साथ प्लेयर रीटेंशन पॉलिसी को और अधिक सशक्त बनाया गया है। एलीट प्लेयर रीटेंशन कैप को भी अधिकतम 4 के आंकड़े से बढ़ाकर अधिकतम 6 कर दिया गया है। फ्रेंचाइजी ए, बी या सी में से किसी भी कैटेगरी से 6 एलीट खिलाड़ियों को अपनी टीम में बरकरार रख सकते हैं जिसमें कैटेगरी ए और बी दोनों में से अधिकतम 2-2 खिलाड़ियों को बरकरार रखा जा सकता है।
निरंतरता बनाए रखने के उद्देश्य के साथ लीग ने एक नई कैटेगरी भी पेश की है जिसमें एक फ्रेंचाइजी नए युवा खिलाड़ी को बरकरार रख सकती है अगर 'रीटेंड यंग प्लेयर्स' कैटेगरी में उसका 2 साल का अनुबंध पूरा हो चुका हो। फ्रेंचाइजी 6 नए युवा खिलाड़ियों के मौजूदा कैप के अलावा इन रीटेंड यंग प्लेयर्स को अपने साथ जोड़े रख सकती है। रीटेंड यंग प्लेयर्स की सूची जल्द ही जारी की जाएगी।
टीम तमिल तलाईवास ने अजय ठाकुर को लगातार दूसरी बार अपने साथ बरकरार रखा है, साथ ही मंजीत चिल्लर भी इसी टीम के साथ जुड़े हुए हैं। अनुभवी खिलाड़ी जैसे रोहित कुमार (बेंगलुरु बुल्स), फैजल अत्रचली (यु मुम्बा), प्रदीप नरवाल (पटना पाइरेट्स), दीपक हुडा (जयपुर पिंक पैंथर्स), जोगिंदर नरवाल (दबंग दिल्ली) और महिंदर सिंह (बंगाल वॉरियर्स) अपनी-अपनी टीमों के साथ ही बने हुए हैं।
वहीं खिलाड़ी जैसे पवन सहरावत (बेंगलुरु बुल्स), विकास खंडोला (हरियाणा स्टीलर्स), सचिन (गुजरात फॉर्चुन जॉयंट्स), संदीप ढुल (जयपुर पिंक पैंथर्स) सभी ने पिछले खेलों में अपना लोहा मनवाया है और वे अपनी टीमों के साथ ही जुड़े हुए हैं। (वार्ता)