अंतिम सूची में लेवांडोवस्की के साथ मेस्सी और रोनाल्डो के नाम थे। राष्ट्रीय टीमों के कप्तानों, कोचों, चयनित पत्रकारों और प्रशंसकों के मतदान के आधार पर विजेता का चयन हुआ। फीफा ने वर्चुअल समारोह का आयोजन ज्यूरिख में किया लेकिन इसके अध्यक्ष जियान्नी इनफांटिनो उन्हें व्यक्तिगत रूप से पुरस्कार देने म्युनिख गए।
इससे पहले 2018 में क्रोएशिया के लूका मोडरिच ने यह पुरस्कार जीता था और 2008 के बाद से मेस्सी या रोनाल्डो के अलावा इन्हीं दोनों को यह पुरस्कार मिला है। लूसी ब्रोंज सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी चुनी गईं और फीफा पुरस्कारों में इंग्लैंड का यह पहला व्यक्तिगत पुरस्कार है।लियोन के साथ चैंपियंस लीग जीत चुकीं लूसी अब मैनचेस्टर सिटी के लिए खेलती हैं।
वर्ष 2008 के बाद से यह पुरस्कार जीतने वाले लेवांडोवस्की स्पेन के किसी क्लब से इतर पहले खिलाड़ी हैं। 2008 में रोनाल्डो ने मैनचेस्टर युनाइटेड के खिलाड़ी के रूप में पुरस्कार जीता था। बायर्न म्युनिख का कोई खिलाड़ी 1991 में इस पुरस्कार की स्थापना के बाद से इसे जीत नहीं सका है। फ्रेंक रिबेरी 2013 में और मैनुअल नूएर 2014 में तीसरे स्थान पर रहे थे।
जर्गेन क्लोप ने सर्वश्रेष्ठ कोच का पुरस्कार जीता जिनके मार्गदर्शन में लीवरपूल ने 30 साल में पहली बार प्रीमियर लीग जीता था। बायर्न के हैंसी फ्लिक दूसरे स्थान पर रहे। नीदरलैंड को 2019 विश्व कप फाइनल जिताने वाली सेरिना विएगमैन को सर्वश्रेष्ठ महिला कोच का पुरस्कार मिला, जो अगले साल इंग्लैंड की कोच बनेंगी।(भाषा)