सचिन तेंदुलकर ने कहा, 'पैरालंपियन्स हैं देश के असली हीरो, उन्हें अकेला ना छोड़िए'
सोमवार, 23 अगस्त 2021 (17:58 IST)
मुंबई: अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने पैरा खिलाड़ियों को वास्तविक जीवन के नायक करार देते हुए देशवासियों से टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों का समर्थन करने की अपील की।
पैरालंपिक खेल मंगलवार से शुरू होंगे।
तेंदुलकर ने सोमवार को बयान में कहा, यह पैरालंपिक खेलों का समय है और मैं सभी भारतीयों से टोक्यो खेलों में भाग ले रहे देश के 54 खिलाड़ियों का समर्थन करने की अपील करता हूं।
तेंदुलकर ने कहा कि पैरा खिलाड़ियों का सफर सीख देता है कि यदि जज्बा है और दृढ़ संकल्प है तो व्यक्ति कुछ भी कर सकता है।उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि ये महिलाएं और पुरुष विशेष क्षमताओं वाले खिलाड़ी नहीं बल्कि असाधारण क्षमता वाले महिला और पुरुष हैं जो हम सभी के लिये वास्तविक जीवन के नायक हैं।
तेंदुलकर ने कहा, उनकी जीवन यात्रा से हमें सीख मिलती है कि महिलाएं और पुरुष अपने जुनून, प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के साथ क्या कर सकते हैं और हम सभी के लिये प्रेरणा का काम कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि पैरालंपिक में भाग लेने वाले प्रत्येक खिलाड़ी का समर्थन करना जरूरी है भले ही परिणाम कुछ भी रहे।
तेंदुलकर ने कहा, मेरा मानना है कि यदि हम अपने पैरालंपिक खिलाड़ियों को उसी तरह से समर्थन दे सकते हैं जैसा हम अपने ओलंपिक नायकों और क्रिकेटरों को देते रहे हैं तो हम बेहतर समाज स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने कहा, और केवल पदक विजेताओं का ही नहीं बल्कि सभी का हौसला बढ़ाना आवश्यक है। पैरालंपिक खेलों में भाग ले रहे सभी 54 खिलाड़ियों में से प्रत्येक पदक नहीं जीत पाएगा।
तेंदुलकर ने उम्मीद जतायी कि इस बार भारत पैरालंपिक में अधिक पदक जीतने में सफल रहेगा।उन्होंने कहा, मैं पढ़ रहा हूं कि हम इस बार 10 से अधिक पदक जीत सकते है। मुझे उम्मीद है कि हम और पदक जीतेंगे। रियो में हमने चार पदक जीते थे। यदि इस बार हम 10 से अधिक पदक जीतते हैं तो यह बहुत बड़ा बदलाव होगा जिसका हम सभी को जश्न मनाना चाहिए।
भारतीय दल से 5 खिलाड़ी और 6 अधिकारी उद्घाटन समारोह में लेंगे हिस्सा
भारतीय दल के मिशन प्रमुख गुरशरण सिंह ने रविवार को कहा कि मंगलवार को टोक्यो पैरालंपिक के उद्घाटन समारोह में देश के दल से सिर्फ छह अधिकारियों को हिस्सा लेने की स्वीकृति मिली है। उद्घाटन समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व 11 सदस्यीय दल करेगा। बाकी पांच खिलाड़ी हैं। उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों की संख्या पर कोई सीमा नहीं है लेकिन अब तक सिर्फ सात भारतीय प्रतिस्पर्धी टोक्यो पहुंचे हैं।
इन सात में से भी दो टेबल टेनिस खिलाड़ियों सोनल पटेल और भाविना पटेल की बुधवार को स्पर्धाएं हैं और इसलिए वे उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगी। जापान के राजा नारुहितो खेलों की शुरुआत की घोषणा करेंगे।
भारत के मिशन प्रमुख और भारतीय पैरालंपिक समिति के महासचिव गुरशरण ने पीटीआई को बताया, ”उद्घाटन समारोह में सिर्फ छह अधिकारियों को स्वीकृति मिली है जबकि खिलाड़ियों के लिए कोई सीमा नहीं है।” उन्होंने कहा, ”दो टेबल टेनिस खिलाड़ियों की अगले दिन बुधवार को स्पर्धाएं हैं इसलिए वे उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे।”
उद्घाटन समारोह के दौरान छह अधिकारियों की सीमा का नियम आठ अगस्त को खत्म हुए टोक्यो ओलंपिक के दौरान भी लागू था। जिन पांच खिलाड़ियों के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने की उम्मीद है, उसमें ध्वजवाहक मरियप्पन थंगावेलू, चक्का फेंक के विनोद कुमार, भाला फेंक के टेकचंद और पावरलिफ्टर जयदीप और सकीना खातून शामिल हैं।
उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने वाले छह में से चार अधिकारी तय हैं जो मिशन प्रमुख, उप मिशन प्रमुख अरहान बगाती, कोविड-19 मुख्य संवाद अधिकारी वीके डब्बास और मरियप्पन के कोच तथा पैरा एथलेटिक्स प्रमुख सत्यनारायण हैं। भारतीय खिलाड़ियों का तीसरा दल सोमवार को रवाना होगा लेकिन ट्रेनिंग की स्वीकृति मिलने से पहले इन्हें पृथकवास से गुजरना होगा।
भारत के पैरालंपिक के इतिहास के सर्वाधिक 54 खिलाड़ी टोक्यो खेलों में हिस्सा लेंगे और देश को इस बार अपने सर्वाधिक पदक जीतने की उम्मीद है। टोक्यो में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए ओलंपिक की तरह पैरालंपिक में भी स्टेडियमों में दर्शकों के आने पर प्रतिबंध होगा।(भाषा)