लंदन:भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा ने अपने करियर के आखिरी विम्बलडन के मिश्रित युगल सेमीफाइल में हारकर बाहर होने के बाद गुरुवार को विश्व के सबसे पुराने ग्रैंड स्लैम आयोजन को अलविदा कहा।
विंबलडन में मिश्रित युगल में सानिया का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था, जबकि युगल प्रतियोगिता में सानिया 2015 में स्विस दिग्गज मार्टिना हिंगिस के साथ खिताब जीत चुकी हैं।उल्लेखनीय है कि सानिया ने इस साल की शुरुआत में यह घोषणा कर दी थी कि वह अपना अंतिम सीज़न खेल रही हैं।
हिंगिस और सानिया की जोड़ी ने यूएस ओपन 2015 और ऑस्ट्रेलियन ओपन 2016 का खिताब जीतकर ग्रैंड स्लैम की हैट्रिक लगाई थी।तीन मिश्रित युगल ट्राफियों सहित छह ग्रैंड स्लैम खिताबों के साथ सानिया भारत की सबसे कुशल महिला टेनिस खिलाड़ी हैं।उन्होंने इससे पहले महेश भूपति के साथ साझेदारी करते हुए 2009 ऑस्ट्रेलियन ओपन और 2012 फ्रेंच ओपन जीता था।सानिया ने ब्राजीलियाई ब्रूनो सोरेस के साथ 2014 यूएस ओपन खिताब भी जीता था।
ओलिंपिक डॉट कॉम ने मिर्जा के हवाले से मैच के बाद कहा, "यह वह जगह है जहां से मेरे लिए 2003 में यह सब शुरू हुआ था। वह मेरे लिए बड़ी चीजों की शुरुआत थी। यह टेनिस का सबसे बड़ा मंच है।"
उन्होंने कहा, "मैं विंबलडन को याद करूंगी लेकिन मुझे लगता है कि अब आगे बढ़ने का समय है। जीवन में ऐसी चीजें हैं जो टेनिस मैच खेलने से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं और मैं अब जीवन के उसी चरण पर हूं।"(वार्ता)