इस किताब में योगदान देने वाले इमरान ने कहा कि किताब लिखने का इरादा सानिया का था और इसे पूरा करने में 5 साल लगे। यह उसकी किताब है और अब तक के उसके जीवन के घटनाक्रमों का इसमें जिक्र है। इसमें उसके जीवन से जुड़े विवादों को भी छुआ गया है। इसमें उसके करियर सहित जीवन से जुड़ी हर चीज को शामिल किया गया है। 40 अध्याय की इस किताब की कहानी उस समय से अब तक की है, जब वह 4 या 5 वर्ष की थी।