नई दिल्ली। महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप यहां 15 नवंबर से शुरू होगी जिसमें 70 देशों के लगभग 300 मुक्केबाज भाग लेंगे। यह इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों की सबसे अधिक संख्या है। यहां के हालात से सामंजस्य बैठाने के लिए जर्मनी, अमेरिका, इंग्लैंड, यूक्रेन, पनामा, ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड, बुल्गारिया और सोमालिया की मुक्केबाज समय से पहले भारत आ रही हैं।
टूर्नामेंट में भाग लेने वाली शीर्ष मुक्केबाजों में फीदरवेट भार वर्ग में 5 बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम और 2016 की स्वर्ण पदक विजेता इटली की अलेस्सिया मेसिआनो शामिल हैं। वे एक बार फिर अपने प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगी जबकि मैरीकॉम 6ठी बार विश्व चैंपियन बनना चाहेंगी। कजाखस्तान की नाजयुम किजैबा भी एक बार फिर अपने प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगी। उन्होंने 2016 में 51 किलो भार वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया था।
10 दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता ऑस्ट्रेलिया की काए स्कॉट, थाईलैंड की पीएमपिल्लाई लाओपीएम, रियो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता रूस की अनास्तासिया बेलियाकोवा, नीदरलैंड्स की नौचका फोंटजिन और कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया विक्ट्री प्रमुख खिलाड़ी होंगी। रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली फिनलैंड की मीरा पोटकोनीन भी यहां स्वर्णिम प्रदर्शन दोहराना चाहेंगी। (भाषा)