World Chess Championship D Gukesh vs Ding Liren : भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश महत्वपूर्ण बढ़त गंवाने के बाद बुधवार को विश्व शतरंज चैंपियनशिप की 13वीं बाजी में जब गत चैंपियन डिंग लिरेन से भिड़ेंगे तो उन्हें वापसी करने के अपने दृढ़ संकल्प पर भरोसा करना होगा। सबसे कम उम्र के चैलेंजर 18 वर्षीय गुकेश और चीन के 32 वर्षीय लिरेन के बीच दिलचस्प मुकाबला चल रहा है जिसमें कोई भी खिलाड़ी लंबे समय तक अपनी बढ़त कायम नहीं रख पाया है। एक दिन के विश्राम के बाद दोनों खिलाड़ी बुधवार को फिर से एक दूसरे का सामना करेंगे।
इस 14 दौर के मुकाबले में 12 दौर के बाद स्कोर 6-6 से बराबर है और जो भी खिलाड़ी सबसे पहले 7.5 तक पहुंचेगा वह विश्व चैंपियन बन जाएगा। अगर 14 दौर के बाद भी स्कोर बराबर रहता है तो फिर टाइब्रेक का सहारा लिया जाएगा।
Day 12- Ding won
So now its Gukesh: 6 Ding: 6
And what can I even say about todays match? It was just amazing, such a beautiful game, such a freaking beautiful game. Dings confidence from the start and the way he played today totally deserves all the praise. https://t.co/KlXd29cPPPpic.twitter.com/2xddkvVygE
गुकेश के पास 11वीं बाजी जीतने के बाद 7.5 के जादुई अंक तक पहुंचने का मौका था लेकिन वह अगली बाजी हार गए। भारतीय खिलाड़ी को अगली बाजी सफेद मोहरों से खेलनी है और पूरा विश्वास है कि क्लासिकल प्रारूप में खेले जा रहे इस मुकाबले की इस महत्वपूर्ण बाजी में वह आक्रामक रवैया अपनाएंगे।
अब जबकि मुकाबला रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है तब जो भी खिलाड़ी धैर्य से काम लेगा वह फायदे में रहेगा।
इस मुकाबले में 10 बाजी के बाद स्कोर 5-5 से बराबर था लेकिन उसके बाद के अगले दो मैच का परिणाम निकला। लगातार ड्रॉ खेलने के कारण यह मुकाबला नीरस बन गया था लेकिन पिछले दो मैच ने इस 25 लाख डालर इनामी प्रतियोगिता में नई जान फूंक दी है। अब जबकि दो दौर का खेल होना बाकी है तब दोनों खिलाड़ियों के पास मौका है।
लिरेन ने 11वीं बाजी में बेहद खराब प्रदर्शन किया लेकिन अगले दौर में वह शानदार वापसी करने में सफल रहे। वह इयान नेपोमनियाचची के खिलाफ पिछले विश्व चैंपियनशिप मुकाबले में भी इसी तरह की स्थिति में थे। वह तब टाईब्रेकर में जीत दर्ज करके विश्व चैंपियन बने थे।
विश्व के नंबर एक खिलाड़ी और पूर्व विश्व चैंपियन मैगनस कार्लसन और अमेरिका के हिकारू नाकामुरा सहित शतरंज के विशेषज्ञों का मानना है कि अब चीन के खिलाड़ी का पलड़ा थोड़ा भारी हो गया है और वह अगली बाजी में अधिक आत्मविश्वास के साथ उतरेंगे। (भाषा)