हॉकी इंडिया के गठन के खिलाफ बंगाल हॉकी संघ के अध्यक्ष जयब्रत राय के साथ हाथ मिलाने के संकेत देने के बाद भंग आईएचएफ के अध्यक्ष केपीएस गिल ने शनिवार को पैंतरा बदलते हुए कहा कि वे नवगठित हॉकी इंडिया के साथ आईएचएफ का गतिरोध दूर करने में मदद करने को तैयार हैं।
गिल ने शुक्रवार को इस सिलसिले में पूर्व आईएचएफ की प्रादेशिक इकाइयों की बैठक बुलाई है। वहीं राय की अगुवाई में आईएचएफ और आईडब्ल्यूएचएफ के प्रदेश संघों के प्रतिनिधियों की दो दिवसीय बैठक शनिवार से मुंबई के पास एंबी वैली में शुरू हुई है। राय का दावा है कि उन्हें पुरुष और महिला महासंघों की 50 प्रादेशिक इकाइयों का समर्थन हासिल है।
वहीं गिल ने आज जारी विज्ञप्ति में कहा कि मैं देश में हॉकी को बेहतर बनाने के लिए किसी भी इकाई से हाथ मिलाने को तैयार हूँ। हमें विश्वकप राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों में अगले साल हिस्सा लेना है लिहाजा हम समय बर्बाद नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि मैंने रविवार को प्रदेश संघों की बैठक बुलाई है। इसमें आईएचएफ की प्रादेशिक इकाइयाँ आमंत्रित हैं, महिला हॉकी संघ नहीं।
इससे पहले पूर्व आईएचएफ महासचिव के. ज्योतिकुमारन को लेकर गिल और राय के बीच बातचीत में गतिरोध आ गया था। राय पहले दिल्ली में गिल के साथ बैठक आयोजित करना चाहते थे बशर्ते ज्योतिकुमार न को उसमें न्योता न दिया जाए, लेकिन गिल उन्हें इसमें शामिल करने के इच्छुक थे। बाद में राय खेमे ने बैठक का स्थान बदल दिया।
गिल ने कहा कि इस बैठक के जरिये वे भावी कार्रवाई के लिए सहमति जुटाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि हम हॉकी इंडिया से लड़ाई नहीं करना चाहते क्योंकि लगातार गतिरोध से खेल पर विपरीत असर पड़ेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि आईएचएफ के कारण ही दिल्ली को विश्वकप 2010 की मेजबानी मिली है। उन्होंने कहा कि हमने भारत को विश्वकप की मेजबानी दिलाई और अब इसे अन्यत्र नहीं जाने देंगे।
गिल ने कहा कि कुछ लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि गिल विश्वकप का भारत में आयोजन नहीं चाहते, जो सरासर गलत है।
उन्होंने यह भी कहा कि कल की बैठक में अगले छह महीने के भीतर हॉकी महासंघ के चुनाव सुनिश्चित करने पर भी सहमति बनने की उम्मीद है।