ओलिम्पिक काँस्य पदक विजेता विजेंदरसिंह ने अपना शानदार फॉर्म बरकरार रखते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया और इसके साथ ही चीन के झुहाइ में चल रही एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में भारत के सात पदक सुनिश्चित हो गए।
विजेंदर ने मिडिलवेट क्वार्टर फाइनल में किरगीस्तान के करीपोव रूस्लन को 19-4 से मात दी। पिछले साल इस भारतीय मुक्केबाज ने यहाँ रजत पदक जीता था। अब सेमीफाइनल में उसका सामना चीन के झांग जियान तिंग से होगा।
जीत के बाद उन्होंने कहा मुझे लगता है कि मैं यहाँ स्वर्ण पदक जीत सकता हूँ, जो भारत ने पिछले 15 साल से नहीं जीता है। उन्होंने कहा कि जिसे मैंने आज हराया है, उसने कजाखस्तान के ओलिम्पियन को पिछले मुकाबले में हराया था। बेहतर प्रतिद्वंद्वी को हराकर अगले दौर में पहुँचना अच्छा लगता है।
फ्लायवेट (51 किलो) राष्ट्रीय चैम्पियन सुरंजयसिंह ने भी कोरिया के पाक जोंग चोल को 5-1 से हराकर अगले दौर में जगह बना ली। मणिपुर के इस मुक्केबाज का सामना अब थाईलैंड के ओलिम्पियन रूनरोटंग अमनज से होगा।
कोच गुरबख्शसिंह ने कहा यह कम स्कोर वाला मुकाबला था लेकिन सुरंजय ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। तकनीक और पैरों की हरकत के मामले में वह कहीं आगे था। भारतीयों के प्रदर्शन से मैं बहुत खुश हूँ।