मुंबई। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौद्रिक नीति पर चुप्पी से घरेलू बाजारों में हुई लिवाली के कारण गुरुवार को बीएसई का सेंसेक्स 106.75 अंक चढ़कर 2 महीने से ज्यादा के उच्चतम स्तर 27,247.16 अंक पर पहुंच गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 26.55 अंक की तेजी के साथ 8,407.20 अंक पर बंद हुआ। यह दोनों सूचकांकों का पिछले साल 10 नवंबर के बाद का उच्चतम स्तर है। लगातार तीसरे दिन बाजार में लिवाली का जोर रहा है।
ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के बाद पहली बाद बुधवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इसमें मौद्रिक नीति को लेकर उन्होंने कोई घोषणा नहीं की, हालांकि इससे पहले वे कहते रहे हैं कि वे ब्याज दरों में तेज बढ़ोतरी के समर्थक हैं। उनकी इस चुप्पी से भारतीय बाजार में निवेशक गुरुवार को लिवाल रहे, हालांकि अधिकतर एशियाई बाजार दबाव में रहे।
एशियाई बाजारों की शुरुआती तेजी से सेंसेक्स भी 31.25 अंक चढ़कर 27,171.66 अंक पर खुला। कुछ देर बाद ही 27,166.69 अंक के दिवस के निचले स्तर तक उतरने के बाद इसमें लगातार तेजी रही।
यूटिलिटी और पॉवर समूहों के साथ आईटी और टेक में हुई लिवाली के दम पर एक समय यह 27,278.93 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर भी पहुंचा। कारोबार की समाप्ति पर गत दिवस की तुलना में 0.39 प्रतिशत यानी 106.75 अंक ऊपर 27,247.16 अंक पर बंद हुआ।
यूटिलिटी तथा पॉवर समूहों का सूचकांक 3 फीसदी से ज्यादा चढ़ा। इनके बाद आईटी और टेक समूहों में सर्वाधिक तेजी रही। बीएसई के 20 समूहों में से 14 तथा सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 13 हरे निशान में रहीं। संवाददाता सम्मेलन में दवा कंपनियों के बारे ट्रंप के प्रतिकूल बयान से इनमें गिरावट देखी गई, जबकि एच-1 बी-1 वीजा के बारे में उनकी चुप्पी से आईटी और टेक कंपनियों के प्रति निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
निफ्टी भी 10.46 अंक की बढ़त में 8,391.05 अंक पर खुला और 8,382.30 अंक के निचले तथा 8,417.20 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर से होता हुआ 0.32 प्रतिशत यानी 26.55 अंक की तेजी के साथ 8,407.20 अंक पर बंद हुआ। बड़ी तथा मझौली कंपनियों के विपरीत छोटी कंपनियों में निवेशकों का भरोसा नहीं दिखा। बीएसई का मिडकैप 0.19 प्रतिशत चढ़कर 12,642.49 अंक पर बंद हुआ, वहीं स्मॉलकैप 0.16 फीसदी टूटकर 12,686.59 अंक पर रहा।
बीएसई में कुल 2,923 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। उनमें 1,575 कंपनियों के शेयरों में गिरावट तथा 1,193 में बढ़त रहीं। इसके अलावा 155 कंपनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। (वार्ता)