मुंबई। वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच लगभग पूरे दिन हरे निशान में रहने के बाद अंतिम कारोबारी घंटे में शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों पर मुनाफावसूली का दबाव दिखा। इसके बावजूद बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 10.09 अंक की बढ़त बनाते हुए अब तक के रिकॉर्ड 33,157.22 अंक पर बंद होने में कामयाब रहा।
सेंसेक्स की तुलना में निफ्टी पर दबाव ज्यादा रहा और यह 20.75 अंक लुढ़ककर 10,323.05 अंक पर बंद हुआ। मझौली और छोटी कंपनियों पर मुनाफावसूली का दबाव नहीं दिखा। इससे बीएसई का मिडकैप 0.28 फीसदी चढ़कर 16,379.58 अंक पर और स्मॉलकैप 0.27 प्रतिशत की बढ़त में 17,303.66 अंक पर पहुंच गया।
सेंसेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान भारती एयरटेल ने उठाया। उसके शेयर 5 प्रतिशत टूटे। बैंकिंग क्षेत्र के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा के बाद बुधवार को 27 प्रतिशत से अधिक का मुनाफा कमाने वाले भारतीय स्टेट बैंक के शेयर लगातार दूसरे दिन टूटे। इसमें 3 प्रतिशत और विप्रो में करीब 2 प्रतिशत की गिरावट रही, वहीं अदानी पोर्ट्स के शेयर सवा 4 प्रतिशत और सनफार्मा तथा ओएनजीसी के साढ़े 3 प्रतिशत से ज्यादा चढ़े। टाटा मोटर्स में भी ढाई प्रतिशत की बढ़त रही।
सेंसेक्स 81.19 अंक की तेजी के साथ 33,228.32 अंक पर खुला। दोपहर बाद तक अपनी बढ़त मजबूत करता हुआ यह 33,286.51 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, हालांकि आखिरी घंटे में मुनाफावसूली के दबाव में एक समय यह 33,109.41 अंक के दिवस के निचले स्तर तक भी उतरा, लेकिन आखिरकार गत दिवस की तुलना में 0.03 प्रतिशत यानी 10.09 अंक चढ़कर 33,157.22 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। यह लगातार तीसरा दिन है, जब सेंसेक्स नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ है।
सेंसेक्स में कुल 2,852 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,389 के शेयर हरे और 1,313 के लाल निशान में बंद हुए। अन्य 150 कंपनियों के शेयर उतार-चढ़ाव से होते हुए अंतत: सपाट बंद हुए। (वार्ता)