नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 82.10 अंक की गिरावट में 10,240.15 अंक पर आ गया।
चौतरफा बिकवाली के बीच सेंसेक्स की कंपनियों में कोल इंडिया के शेयर सबसे ज्यादा करीब ढाई प्रतिशत टूट गए। सिप्ला में भी दो फीसदी से अधिक की गिरावट रही। डॉ. रेड्डीज लैब, अदानी पोर्ट्स और ओएनजीसी ने बाजार को संभालने की कोशिश की, लेकिन बिकवाली का जोर ज्यादा हावी रहा।
बिकवाली का जोर इस कदर रहा कि बीएसई के सभी 20 समूह लाल निशान में बंद हुए। बाजार में कुल 2,829 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,701 गिरावट में और 982 बढ़त में रहे जबकि 146 के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे। मझौली और छोटी कंपनियों पर भी दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 1.01 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.68 प्रतिशत लुढ़ककर क्रमश: 16,933.29 अंक और 18,127.92 अंक पर रहे।
लगभग सभी प्रमुख एशियाई बाजारों के गिरावट में रहने से सेंसेक्स 29.20 अंक लुढ़ककर 33,426.59 अंक पर खुला। खुलते ही 33,458.41 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर को छूने के बाद यह लाल निशान में चला गया। धीरे-धीरे इसकी गिरावट बढ़ती गई। एक समय यह 33,179.75 अंक के दिवस के निचले स्तर तक उतर गया था। कारोबार की समाप्ति पर यह गत दिवस की तुलना में 0.68 प्रतिशत यानी 227.80 अंक लुढ़ककर 33,227.99 अंक पर बंद हुआ। (वार्ता)