सेंसेक्स में जोरदार उछाल से निवेशकों की पूंजी 2.78 लाख करोड़ रुपए बढ़ी

गुरुवार, 5 नवंबर 2020 (17:30 IST)
नई दिल्ली। शेयर बाजारों में जोरदार उछाल के बीच गुरुवार को निवेशकों की पूंजी 2.78 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई। इस दौरान सेंसेक्स 41,000 अंक के पार निकल गया।
 
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 724.02 अंक या 1.78 प्रतिशत की बढ़त के साथ 41,340.16 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स में जोरदार लाभ से बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,78,054.29 करोड़ रुपए बढ़कर 1,62,27,243.78 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। सेंसेक्स के सभी शेयर लाभ में रहे। एसबीआई का शेयर सबसे अधिक 5.63 प्रतिशत लाभ में रहा।
 
 
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को लेकर अनिश्चितता के बावजूद वैश्विक बाजारों के मजबूत रुख से गुरुवार को सेसेंक्स 724 अंक की छलांग के साथ अपने करीब 9 माह के उच्चस्तर पर पहुंच गया। यह लगातार चौथा कारोबारी सत्र है जब बाजार लाभ के साथ बंद हुए। 
 
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के रुख के साथ खुलने के बाद दिनभर सकारात्मक दायरे में रहा। अंत में यह 724.02 अंक या 1.78 प्रतिशत की बढ़त के साथ 41,340.16 अंक पर बंद हुआ।
 
इस साल फरवरी मध्य के बाद सेंसेक्स पहली बार 41,000 अंक से ऊपर बंद हुआ है। सेंसेक्स ने 2020 के कैलेंडर साल में हुए समूचे नुकसान की भरपाई कर ली है। 1 जनवरी, 2020 को सेंसेक्स 41,306.02 अंक पर बंद हुआ था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 211.80 अंक या 1.78 प्रतिशत के लाभ के साथ 12,120.30 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के सभी शेयर लाभ में रहे।
 
 एसबीआई में सबसे अधिक 5.63 प्रतिशत का लाभ रहा। टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स और टाइटन के शेयर भी 5.34 प्रतिशत तक चढ़ गए। इस तरह के संकेत मिल रहे हैं कि डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव जीत सकते हैं। हालांकि सीनेट में रिपब्लिकन का मामूली बहुमत कायम रहने की संभावना है। इन घटनाक्रमों के बीच वैश्विक बाजारों में तेजी रही।
 
निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि बाइडेन के राष्ट्रपति बनने पर चीन के साथ व्यापार को लेकर विवाद कुछ कम हो सकेगा। विश्लेषकों का मानना है कि रिपब्लिकन के बहुमत वाली सीनेट ऊंचे करों और कड़े नियमनों जैसे उपायों को रोकेगी।
 
 जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव डेमोक्रेटिक पार्टी के पक्ष में जाने के संकेतों के बीच वैश्विक बाजारों में तेजी आई। इसी तर्ज पर घरेलू बाजार भी करीब 8 माह के उच्चस्तर पर पहुंच गए। 
 
नायर ने कहा कि निवेशक उम्मीद कर रहे कि फेडरल रिजर्व की मौजूदा नीतिगत बैठक के दौरान कुछ नए उपायों की घोषणा हो सकती है और अमेरिकी केंद्रीय बैंक नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा। कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर रहने तथा विदेशी बाजारों से प्रवाह बढ़ने से बाजार का भरोसा आगे कायम रहेगा। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 1.74 प्रतिशत तक चढ़ गए।
 
अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, चीन का शंघाई कम्पोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान के निक्की में भी अच्छी बढ़त दर्ज हुई। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी बढ़त में थे। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 40 पैसे की बढ़त के साथ 74.36 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

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