वैश्विक बाजार की तेजी से भी निवेशकों की निवेश धारणा मजबूत हुई, जिससे बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 477.24 अंक की छलांग लगाकर 57,897.48 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 147 अंक उछलकर 17,233.25 अंक पर पहुंच गया। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.04, जर्मनी का डैक्स 0.19, जापान का निक्केई 0.16 और हांगकांग का हैंगसैंग 0.57 प्रतिशत चढ़ गया, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट 0.07 प्रतिशत उतर गया।
बीएसई में दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मझौली कंपनियों में भी लिवाली का जोर रहा। इस दौरान मिडकैप 231.90 अंक चढ़कर 24,653.89 अंक और स्मॉलकैप 407.97 अंक की तेजी लेकर 28,922.89 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 3478 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2613 में लिवाली जबकि 771 में बिकवाली हुई वहीं 94 में कोई बदलाव नहीं हुआ। एनएसई में 48 कंपनियों में तेजी जबकि दो में गिरावट दर्ज की गई।
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने ओमिक्रॉन के कारण अनिश्चितताओं के बीच वित्त वर्ष 2021-2022 और 2022-2023 में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर नौ-नौ प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। इससे बीएसई के सभी 19 समूहों में लिवाली हुई। इस दौरान बेसिक मैटेरियल्स 1.50, सीडीजीएस 1.36, ऊर्जा 1.13, इंडस्ट्रियल्स 1.48, आईटी 1.00, दूरसंचार 0.99, यूटिलिटीज 1.06, ऑटो 1.26, कैपिटल गुड्स 1.56 और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स समूह में 1.24 प्रतिशत की तेजी रही।