बैंक ऑफ जापान के फैसले से लुढ़का बाजार

शुक्रवार, 29 जुलाई 2016 (17:32 IST)
मुंबई। बैंक ऑफ जापान के मौद्रिक निर्णय के बाद निवेश धारणा कमजोर पड़ने तथा बड़ी कंपनियों में हुई मुनाफावसूली के कारण शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार एक साल के उच्चतम स्तर से लुढ़क गए।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 156.76 अंक यानी 0.56 प्रतिशत गिरकर 28051.86 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 27.80 अंक अर्थात 0.32 फीसदी लुढ़ककर 8,638.50 अंक पर रहा।
 
शुरुआती कारोबार में पिछले दिवस के स्तर 28,208.62 अंक के मुकाबले करीब 24 अंक मजबूत होकर हरे निशान में 28,232.87 अंक पर खुला सेंसेक्स कुछ ही देर में 28,233.47 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इसके बाद इसमें लगातार गिरावट रही और आखिरी कारोबारी घंटे में यह 28,037.87 अंक के निचले स्तर तक गिर गया। अंत में गत दिवस की तुलना में 156.76 अंक की गिरावट के साथ 28,051.86 अंक पर बंद हुआ।
 
निफ्टी भी पिछले दिवस के 8,666.30 अंक के मुकाबले हरे निशान में 8,668.30 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 8,670.35 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तथा 8,631.15 अंक के निचले स्तर को छूता हुआ अंत में 27.80 अंक गिरकर 8,638.50 अंक पर बंद हुआ।
 
विदेशी बाजारों से भी शुक्रवार को नकारात्मक संकेत मिले। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.24 फीसदी, हांगकांग का हैंगसेंग 1.28 फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.50 फीसदी लुढ़क गए। हालांकि जापान का निक्की 0.56 प्रतिशत की मजबूती में रहा। यूरोपीय बाजार भी लाल निशान में रहे। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.25 प्रतिशत गिरावट में रहा।
 
बीएसई की छोटी एवं मंझौली कंपनियों में हालांकि तेजी रही। मिडकैप 0.70 प्रतिशत मजबूत होकर 12,661.06 अंक पर पहुंच गया। स्मॉलकैप भी 0.23 फीसदी तेज रहकर 12,309.95 अंक पर रहा।
 
विश्लेषकों के अनुसार, बैंक ऑफ जापान द्वारा मौद्रिक नीतियों में सरकार के समर्थन का रुख अख्तियार करने से बाजार को निराशा हुई। इससे निवेशकों की कमजोर हुई धारणा के कारण घरेलू बाजार दबाव में रहे। इसके अलावा बड़ी कंपनियों में हुई मुनाफावसूली ने भी बाजार को कमजोर किया। वैश्विक बाजार के नकारात्मक संकेतों ने भी घरेलू बाजार पर प्रतिकूल असर डाला। (वार्ता)

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