मुंबई। अधिकतर अंतरराष्ट्रीय बाजारों के गिरावट में रहने की खबरों से मची खलबली के बीच आज बीएसई का सेंसेक्स 407.40 अंक यानी 1.18 फीसदी फिसलकर 04 जनवरी के बाद के निचले स्तर 34,005.76 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 1.15 प्रतिशत यानी 121.90 अंक लुढ़ककर 10,454.95 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिका में रोजगार के मजबूत आंकड़ों से फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढ़ाए जाने की संभावना बढ़ गई है। इससे अधिकतर एशियाई बाजारों के साथ घरेलू शेयर बाजार भी कारोबार की शुरुआत से दबाव में आ गए।
डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर पड़ने और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की बिकवाली का असर भी शेयर बाजार पर रहा। एफपीआई ने पूंजी बाजार से 35.63 करोड़ डॉलर के शेयर और डेट की बिकवाली की।
फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढ़ाए जाने की संभावना मजबूत होने से विदेशी बाजारों के साथ घरेलू बाजार भी गिरावट में खुले। सेंसेक्स 410.71 अंक लुढ़ककर 34,002.45 अंक पर खुला और पूरे कारोबार के दौरान लाल निशान में रहा।
कारोबार के दौरान इसने 34,070.73 अंक के उच्चतम स्तर को छूने के बाद 33,849.65 अंक के दिवस के निचले स्तर तक का गोता लगाया। अंतत: गत दिवस की तुलना में 1.18 फीसदी टूटकर 34,005.76 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से 24 कंपनियां लाल निशान में रहीं।
निफ्टी की शुरुआत भी 160.35 अंक की गिरावट के साथ 10,416.50 अंक से हुई। कारोबार के दौरान 10,480.20 अंक के दिवस के उच्चतम और 10,398.20 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 1.15 फीसदी गिरकर 10,454.95 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 38 कंपनियां लाल निशान में रहीं।
दिग्गज कंपनियों की तरह मंझोली कंपनियों में बिकवाली देखी गई, लेकिन छोटी कंपनियों में लिवाली का जोर रहा। बीएसई का मिडकैप 0.09 प्रतिशत यानी 14.16 अंक लुढ़ककर 16,634.91 अंक पर रहा जबकि स्मॉलकैप 0.23 प्रतिशत यानी 41.79 अंक की बढ़त में 18,172.98 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई के 20 समूहों में से 13 के सूचकांक में गिरावट रही। बीएसई में कुल 2,910 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1,404 में तेजी और 1,370 में गिरावट रही जबकि 136 के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे। (वार्ता)