स्वामी विवेकानंद के विचारों को पढ़कर व्यक्ति अपने जीवन दशा और दिशा दोनों ही बदली जा सकती है। उनके प्रेरक विचार और जीवन के अनुभव हमेशा आगे बढ़ने की सीख देते हैं। छोटी उम्र में ही अपने लक्ष्य को साधने के लिए 25 साल की उम्र में उन्होंने संन्यास ले लिया था और आध्यात्मिक राह पर निकल गए थे। युवाओं को अग्रसर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने वाले स्वामी विवेकानंद जी के व्यक्तित्व की 5 विशेषताओं पर डालते हैं नजर जिससे भी आप अवश्य कुछ न कुछ जरूर सीखेंगे -
3.आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया - स्वामी विवेकानंद जी ने अपने जीवन में हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। राह दिखाई। कड़े फैसले लेने के लिए प्रेरित करते हैं, अच्छे जीवन का निर्माण तभी संभव है। उन्हें हमेशा अपने पैरों पर खड़े होने के लिए आगे बढ़ाया।