सर्वप्रथम दूध को गर्म कर लें, फिर शकर डालकर गाढ़ा होने तक अच्छीतरह उबाल लें। तब तक उबालें जब तक दूध आधा न रह जाएं। फिर आंच से उतार लें। ठंडा होने पर फ्रिज में रख दें।
अब 3 संतरे का रस निकाल लें और 2 संतरे को छीलकर कली अलग-अलग करें और फ्रिज में रख दें। दूध ठंडा होने पर संतरे का रस व कली उसमें मिला लें, फिर इलायची पाउडर डालें, केसर घोंटकर डालें। अब मेवे की कतरन बुरकाएं और संतरे की बासुंदी से देवी मां को भोग लगाकर सबको खिलाएं। यह गुजरात का लोकप्रिय व्यंजन है, जो खास तौर वसंत पंचमी पर बनाया जाता है।