Janmashtami Recipes 2022 : भगवान श्रीकृष्ण को जन्माष्टमी पर विविध भोग लगाने से वे प्रसन्न होते हैं। जन्माष्टमी प्रसाद में कई तरह के विविध पकवान बनाकर जैसे- पंचामृत, मावा-मिश्री, हलवा, खीर, सिवई खीर, मालपुआ, केसरी भात, पूरनपोली, केसरी भात, कलाकंद, धनिया पंजीरी, लड्डू आदि कई तरह के भोग लगते हैं। यहां पढ़ें आसान विधियां-
विधि : सबसे पहले गाय के ताजे दूध में पिसी मिश्री, शहद, दही एवं घी मिलाकर अच्छी तरह फेंट लें। इसमें तुलसी के पत्ते मिलाएं। पंचामृत तैयार है। इस प्रकार दूध, चीनी, शहद दही और घी आदि पांच अमृतों को मिलाकर ही पंचामृत बनाया जाता है।
विधि : सर्वप्रथम दूध को एक मोटे तल वाले बर्तन में गाढ़ा होने तक उबालें। तत्पश्चात उसमें शकर डालकर अच्छी तरह मिलाएं और पूरी तरह गाढ़ा होने दें। ऊपर से इलायची व मेवा की कतरन डाल दें।
अब दूध को ठंडा करके ट्रे में भर दें। इस दूध में जितने अधिक रेशे पड़े वह उतना ही जायकेदार होता है। अब दूध से निर्मित मिठाई मावा-मिश्री से भगवान को भोग लगाएं और घर आए मेहमानों को सर्व करें। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये बिना फ्रीज के भी दो दिन तक सुरक्षित रखी जा सकती है। दूध यदि भैंस का हो तो इससे भी मावा मिश्री अच्छा बनता है।
3. केसरी सूजी हलवा
सामग्री : एक कप सूजी, दो कप शकर, एक बड़ा चम्मच कटे काजू-बादाम, चुटकीभर इलायची पाउडर, 3-4 केसर पत्ती व एक चुटकी मीठा पीला रंग और घी।
विधि : रवे में थोड़ा सा घी डालकर कम आंच पर भूनें। गुलाबी रंगत होने पर उसमें दो कप पानी डालें और चलाते हुए पकाएं। पानी सूखने पर शकर मिलाकर पकाएं। जब शकरअच्छी तरह मिक्स हो जाए तो दूध में भीगी केसर, इलायची पाउडर व मीठा रंग डाल कर अच्छी तरह मिक्स कर लें और कटे मेवे से सजाकर केसरी सूजी हलवा का भोग लगाएं।
विधि : खीर बनाने से एक-दो घंटे पूर्व चावल धोकर पानी में गला दें। दूध को मोटे तले वाले बर्तन में लेकर गरम करके 10-15 उबाल लेकर पका लें। अब चावल का पूरा पानी निथार कर दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें। चावल पकने के बाद चीनी डालें और पूरी चीनी घुलने तक दूध को लगातार चलाती रहें। बीच में छोड़े नहीं। जब खीर अच्छी तरह गाढ़ी हो जाए तब उसमें मेवे की कतरन, इलायची डालें।
एक अलग कटोरी में थोड़ा-सा गरम दूध लेकर केसर 5-10 मिनट के लिए उसमें गला दें। तत्पश्चात केसर घोंट कर उबलती खीर में डाल दें। अब तैयार हो रही खीर की 5-7 उबाली लेकर आंच बंद कर दें। तैयार केसरी शाही खीर से पर्व मनाएं।
5. नारियल-मिश्री के लड्डू
सामग्री : 1 कप गाय के दूध की ताजी मलाई, 150 ग्राम सूखे खोपरे का बूरा, 200 ग्राम मिल्कमेड, 1/2 कप गाय का दूध, इलायची पाउडर, 5 छोटे चम्मच मिल्क पाउडर, कुछेक लच्छे केसर।
विधि : सबसे पहले खोपरा बूरा, मिल्कमेड, दूध, मिल्क पाउडर और पिसी इलायची को अच्छी तरह मिला लें। तत्पश्चात माइक्रोवेव में 5-7 मिनट तक इसे माइक्रो कर लें। अब भरावन सामग्री को अलग से एक कटोरे में मिक्स कर लें। एक छोटी कटोरी में 4-5 केसर के लच्छे कम पानी में गला दें।
अब माइक्रोवेव से निकले मिश्रण को 10-15 तक सूखने दें, फिर उसमें भरावन मसाला सामग्री डालकर मिश्रण को अच्छी तरह मिलाएं और उसके छोटे-छोटे लड्डू बना लें। सभी लड्डू तैयार हो जाने पर उनके ऊपर केसर का टीका लगाएं। ऊपर से केसर-पिस्ता से सजाएं और लाजवाब नारियल-मिश्री के लड्डू से भगवान को भोग लगाएं।
6. केसरी भात
सामग्री : 1 कटोरी बासमती चावल, 1, 1/2 कटोरी शकर, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, 5-7 केसर के लच्छे, मीठा पीला रंग चुटकी भर या 1/2 चम्मच हल्दी, 10-12 गुनगुने पानी में भीगे हुए किशमिश, 1 चम्मच घी, 2-3 लौंग, 1/4 पाव कटोरी मेवे की कतरन।
विधि : केसरी भात बनाने के पूर्व बासमती चावल को 1 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें। अब एक बड़े मर्तबान में पानी उबाल लें। उसमें हल्दी डालें और चावल पकाकर थाली में ठंडा होने के लिए रख दें। दूसरी ओर एक से डेढ़ तार की चाशनी तैयार कर लें। उसमें पके चावल डालकर कुछ देर चलाएं।
अब इलायची एवं मीठा रंग मिलाएं। एक पैन या कड़छी में अलग से घी गर्म करके उसमें लौंग डालें और ऊपर से चावल पर बुरकाएं, साथ ही मेवे की कतरन और भीगे हुए किशमिश भी डालें और लजीज केसरी भात का भगवान को प्रसाद चढ़ाएं।
विधि : सबसे पहले चना दाल को धोकर अच्छीतरह उबाल लें। फिर पानी निकालकर मिक्सी में पीस लें। अब इसमें शकर व बाकी सभी सामग्री मिला लें और भून लें।
गेहूं का आटा व मैदे को छानकर उसमें नमक डालें और पानी से गूंध लें। अब उसकी लोई बनाकर उसमें भरावन भर कर बेलें। नॉनस्टिक तवे पर दोनों तरफ घी लगाकर कुरकुरा होने तक सेंक लें। अब इस पूरनपोली का भगवान को नैवेद्य अर्पित करें। इसे कढ़ी या आमटी के साथ उपयोग में लाएं।
8. बेसन के लड्डू
सामग्री : 1 कप मोटा बेसन, 1 कप शकर का बूरा, 1 चम्मच पीसी इलायची, 4-5 बड़ा चम्मच घी, मेवे की कतरन पाव कप, चांदी का वर्क (आवश्यकतानुसार), केसर या बादाम।
विधि : एक कप मोटा लेकर छान लें। अब 4-5 चम्मच घी डालें व लगातार चलाते रहें, जब तक बेसन हल्का भूरा ना हो जाए। बीच-बीच में इस बात का ध्यान रखें कि बेसन जल न जाए। बेसन अच्छी तरह सिंक जाने पर थाली में निकाल कर ठंडा करें।
अब शकर बूरा, पीसी इलायची व मेवे की कतरन मिलाएं तथा अच्छी तरह मिक्स कर लें। जब मिश्रण गुनगुना होने लगे तब इसके छोटे-छोटे लड्डू बनाएं और चांदी का वर्क लगाकर सर्व करें। आप चाहे तो चांदी की वर्क की जगह केसर की पत्ती या बादाम का उपयोग कर सकती है।
विधि : दूध में थोड़ी केसर और चीनी डालकर उबलने रखें व आधा होने तक उबालें। छेने को मसलें व इलाइची पाउडर, बची केसर व 1 चम्मच चीनी मिलाकर, चीनी गलने तक मथ लें। इसकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें। अब रबड़ी को फ्रीज में ठंडा करें व छेने की गोलियां डाल दें। सर्विग बाऊल में निकाल लें व केसर, इलायची व मेवा छिड़के। अब केसर छेना रबड़ी का भोग लगाएं।
10. मालपुआ
सामग्री : 1 कप ताजा दूध, 1 कप मैदा, 1 कप चीनी, 1 चम्मच नींबू रस, 1 चम्मच सौंफ, तेल (तलने और मोयन के लिए), 1/4 कटोरी मेवे की कतरन।
विधि : सबसे पहले मैदा छानकर उसमें 2 चम्मच तेल का मोयन मिलाकर दूध तथा सौंफ डालकर गाढ़ा घोल तैयार कर लें। अब एक बर्तन में चीनी, नींबू रस और पानी डालकर चाशनी तैयार कर लें।
तत्पश्चात एक कड़ाही में तेल गरम करके एक कड़छी से घोल डालें और कुरकुरा होने तक तल लें। फिर चाशनी में डुबोकर एक अलग बर्तन में रखते जाएं। ऊपर से मेवे की कतरन बुरकाकर भोग लगाएं।